ईस्ट इंडिया टाइम्स राजेन्द्र सिंह धुआँधार

कन्नौज।अमृत भारत योजना के तहत कन्नौज रेलवे स्टेशन पर हो रहा था निर्माण कार्य बिल्डिंग की छत डालते समय अचानक बिल्डिंग गिरने से 25 मजदूर घायल होने पर रेलवे विभाग के अधिकारियों ने इंजीनियर और ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। अब रेलवे विभाग के अधिकारी कन्नौज रेलवे स्टेशन का निर्माण कर रही बलिया की आशुतोष इंटरप्राइजेज को ब्लैक लिस्टेड करने की तैयारी है। रेलवे के मुख्य संरक्षा आयुक्त ने प्रारंभिक जांच के बाद जो रिपोर्ट जोनल मुख्यालय को दी है, उसके मुताबिक हादसे के लिए मुख्य रूप से कार्यदायी संस्था ही जिम्मेदार है। रेलवे मंत्रालय द्वारा गठित चार सदस्यीय उच्च स्तरीय टीम की जांच के बाद इस कंपनी को काली सूची में डाला जाएगा। बताया जा रहा है कि यह कंपनी सपा सरकार में मंत्री रहे नारद राय के रिश्तेदार रामविलाय राय की है। कंपनी के खिलाफ जीआरपी थाना फर्रुखाबाद में एफआईआर दर्ज कराई गई है। कन्नौज रेलवे स्टेशन पर हादसे के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। इसमें गोरखपुर जोन के मुख्य इंजीनियर प्लानिंग एवं डिजायन, अपर मंडल रेल प्रबंधक इज्जतनगर, मुख्य सुरक्षा आयुक्त व मुख्य संरक्षा आयुक्त को शामिल किया गया है। इस मामले में पीएम गतिशक्ति रेलवे के अधिशासी अभियंता विपुल माथुर ने जीआरपी थाना फर्रुखाबाद में आशुतोष इंटरप्राइजेज फर्म के मालिक राम विलास राय व फर्म के साइट इंजीनियर सूरज प्रकाश मिश्रा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। खास बात यह है कि अमृत भारत स्टेशन योजना में जो फर्म रेलवे स्टेशन का कायाकल्प कर रही है, उसके स्वामी का पता भी रेलवे के अधिकारियों को नहीं मालूम है। इसीलिए एफआईआर में नाम के आगे पते में अज्ञात लिखा गया है। इसी तरह साइट इंजीनियर सूरज प्रकाश का भी पता नहीं दिया गया है। सबसे बड़ी बात यह है कि शटरिंग टूटने के कारण यह हादसा हो गया, उस शटरिंग ठेकेदार बरेली निवासी हनीफ का नाम भी एफआईआर में नहीं है। ऐसे में जानकार लोग रेलवे की कार्रवाई पर सवालिया निशान खड़े कर रहे हैं। अब रेलवे के सूत्रों से पता चला है कि कार्यदायी संस्था आशुतोष इंटरप्राइजेज को रेलवे ब्लैक लिस्टेड करने की तैयारी कर रही है। उधर, जीआरपी भी इस मामले में विवेचना कर चार्जशीट तैयार करेगी।

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