रिपोर्ट राजू सहगल ।
लोकेशन किच्छा (उत्तराखंड)

वायरल पत्र साजिश या सच्चाई ? , जांच का विषय।

किच्छा। किच्छा कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक पर तमाम गंभीर आरोप लगाए जाने तथा पुलिस महानिदेशक को पत्र प्रेषित किए जाने का एक पत्र सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। चार पेज के वायरल पत्र में किच्छा कोतवाल पर 20 बिंदुओं के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। वायरल पत्र में किसी भी पुलिस कर्मी का नाम अंकित ना होने के चलते पत्र की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। फिलहाल पूरा मामला पूरे उत्तराखंड में चर्चा का विषय बना हुआ है। किच्छा सहित उधम सिंह नगर जिले में सोशल मीडिया पर एकाएक चार पेज की पीडीएफ फाइल चर्चा का विषय बन गई। पत्र वायरल होने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। दरअसल किच्छा कोतवाली के पुलिस कर्मियों के नाम से एक शिकायती पत्र जमकर वायरल हुआ। कुछ ही देर में पुलिस के तमाम छोटे बड़े अधिकारियों एवं पुलिसकर्मियों के साथ-साथ क्षेत्रीय जनता के मोबाइल पर भी चार पेज का यह शिकायती पत्र वायरल होने लगा। वायरल पत्र में शिकायतकर्ता के तौर पर किच्छा कोतवाली के समस्त पुलिसकर्मी लिखा गया है। जबकि एक भी पुलिसकर्मी का पत्र में नाम अंकित नहीं है। चर्चाओं के अनुसार गुमनाम पत्र के माध्यम से किच्छा कोतवाली प्रभारी सुंदरम शर्मा के खिलाफ पुलिस महानिदेशक को पत्र प्रेषित किए जाने का दावा किया जा रहा है। प्रेषित पत्र में कोतवाल सुंदरम शर्मा पर किच्छा कोतवाली में तैनात अधीनस्थ पुलिसकर्मियों को टारगेट कर छोटी-छोटी गलतियों पर गैर हाजिर अंकित करने, अधीनस्थों को सस्पेंड करने की धमकी देकर सार्वजनिक रूप से अपमानित करने, प्रेम प्रसंग, पुलिस कर्मियों के साथ अभद्रता करने, रिपोर्ट भेजने के नाम पर उत्पीड़न, महिला पुलिस कर्मियों से अभद्र भाषा का उपयोग, खनन एवं शराब कारोबारी को थाने बुलाकर अवैध वसूली, पुलिस कर्मियों को अवकाश के लिए परेशान करने, गंभीर घटना होने के बावजूद घटनास्थल पर कोतवाल के अनुपस्थित होने सहित तमाम गंभीर आरोप लगाए गए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में पत्र का मामला आने के बाद जिला स्तरीय पुलिस के एक अधिकारी द्वारा किच्छा कोतवाली में पहुंचकर गोपनीय रूप से मामले की जांच भी की गई है लेकिन किसी भी कर्मचारी ने पत्र के संबंध में जानकारी होने तथा कोतवाल के खिलाफ किसी प्रकार की शिकायत होने व करने से साफ इनकार कर दिया गया। फिलहाल शिकायती पत्र के वायरल होने के बाद आम जनता में पुलिस महकमें की खासी किरकिरी हो रही है। सूत्रों की मानें तो पुलिस महकमा अब पत्र को वायरल कर पुलिस विभाग की बदनामी करने वाले विभागीय कर्मचारियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्यवाही करने की रूपरेखा तैयार कर रहा है। सूत्रों के अनुसार किच्छा कोतवाली के किसी भी पुलिसकर्मी द्वारा शिकायत किए जाने से इनकार किए जाने के बाद वायरल हो रहा पत्र कोतवाल सुंदरम शर्मा की छवि को धूमित करने का प्रयास मात्र प्रतीत हो रहा है। फिलहाल 20 बिंदुओं का वायरल हो रहा है शिकायती पत्र चर्चा का विषय बन गया है। अब सवाल यह उठता है कि अगर किच्छा कोतवाली में तैनात पुलिस विभाग के किसी भी कर्मचारी द्वारा यह शिकायत नहीं की गई तो फिर किच्छा कोतवाली के समस्त पुलिसकर्मी के नाम से किस मंशा से पत्र को सोशल मीडिया पर वायरल किया गया ? कहीं पूरा मामला कोतवाल सुंदरम शर्मा की छवि को धूमित करने का तो नहीं है? जांच होगी तो इस बात का भी खुलासा हो जाएगा कि पत्र वायरल के मामले में पुलिस कर्मियों की संलिप्तता है कि नहीं ?

इनसेट।
सुंदरम शर्मा ने लगाए गए आरोपों को बताया बेबुनियाद व निराधार।

किच्छा। किच्छा कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक सुंदरम शर्मा पर तमाम गंभीर आरोप लगाए जाने के वायरल हो रहे पत्र के संबंध में पूछे जाने पर प्रभारी निरीक्षक सुंदरम शर्मा ने कहा कि सोशल मीडिया पर पत्र वायरल होने का मामला उनके संज्ञान में आया है। उन्होंने पत्र में लगाए गए आरोपों को निराधार एवं बेबुनियाद बताते हुए कहा कि उनकी छवि को धूमित करने के उद्देश्य से गुमनाम पत्र वायरल किया गया है जबकि आरोपों का सत्यता से कोई वास्ता नहीं है।

फोटो परिचय

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हो रहा पत्र,
पेज एक, पेज दो, पेज तीन, पेज चार।

किच्छा कोतवाली गेट की फोटो।

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