ईस्ट इंडिया टाइम्स एस पी कुशवाहा

देवरिया /जिले में मूक-बधिर बच्चों के सशक्तीकरण के लिए जिला प्रशासन द्वारा एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग के माध्यम से ऐसे मूक-बधिर बच्चों, जो जन्म से बोल और सुन नहीं सकते हैं, को सुनने एवं बोलने योग्य बनाने के लिए निःशुल्क कॉक्लियर इम्प्लांट (सर्जरी) की सुविधा प्रदान की जा रही है। यह सुविधा 0 से 5 वर्ष तक की आयु के उन बच्चों के लिए है, जिनके अभिभावक निर्धन और असहाय हैं।
जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल ने बताया कि योजना का उद्देश्य ऐसे बच्चों को मुख्यधारा से जोड़ना है, जिससे वे भविष्य में आत्मनिर्भर जीवन जी सकें। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक 15 बच्चों का कॉक्लियर इम्प्लांट सफलतापूर्वक कराया जा चुका है, जिससे उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आया है।
इस योजना का लाभ लेने के इच्छुक अभिभावकों की वार्षिक आय 60,हज़ार से कम हो, निवास और जाति प्रमाण पत्र (तहसील से निर्गत), बच्चे का दिव्यांग प्रमाण पत्र (मुख्य चिकित्साधिकारी से निर्गत), बच्चे एवं माता-पिता का आधार कार्ड तथा बच्चे के दो पासपोर्ट साइज फोटो के साथ जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग, विकास भवन देवरिया के कक्ष संख्या 17 में संपर्क करना होगा।
जिलाधिकारी ने अपील की है कि जिन भी अभिभावकों के बच्चे इस श्रेणी में आते हैं, वे आगे आकर योजना का लाभ उठाएं। यह प्रयास समाज के ऐसे बच्चों को एक नई दिशा देने का माध्यम है।

By jamal

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