उत्तर प्रदेश में ड्राम हत्या कांड जैसे घटना फिर हुआ दुबारा ये खबर मामी और भांजे का हैं जो इस कदर अपने हवस के लिए दोनों ने अंजाम दिया
ईस्ट इंडिया टाइम्स एस पी कुशवाहा




देवरिया जिले में मेरठ के सौरभ हत्याकांड जैसी घटना हुई। यहां दुबई से लौटे पति की पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर हत्या कर दी। शव को दो टुकड़ों में काटकर ट्रॉली बैग में भर दिया। इसके बाद सूटकेस को घर से 55 किमी दूर फेंक दिया।
रविवार सुबह तरकुलवा क्षेत्र में किसान ने खेत में ट्रॉली बैग देखकर पुलिस को सूचना दी। पुलिस पहुंची तो अंदर शव देखकर हड़कंप मच गया। पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ की, लेकिन शव की शिनाख्त नहीं हो पाई।
पत्नी ने एक गलती कर दी थी, उसने पति को उसी ट्रॉली बैग में भरा, जिसे वह दुबई से लेकर आया था। ट्रॉली बैग में एयरपोर्ट का बार कोड लगा हुआ था। उससे शव की पहचान नौशाद अहमद (38) पुत्र मन्नू अहमद के तौर पर हुई।
पुलिस नौशाद के घर मईल थाना क्षेत्र के भटौली गांव पहुंची तो पत्नी राजिया ने पति के लापता होने की कहानी सुनाई। वह जोर-जोर से खुद रोने लगी। लेकिन, जैसे ही पुलिस ने घर के अंदर तलाशी ली तो सारी तस्वीर साफ हो गई। कई जगह खून के निशान मिले ।
पुलिस ने पत्नी राजिया को हिरासत में ले लिया। सख्ती की तो वह टूट गई। प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या की बात कबूल कर ली। पत्नी ने बताया कि उसका भांजे रुमान के साथ संबंध है। पति उन दोनों के बीच बाधक बन रहा था। इसलिए भांजे के साथ मिलकर पति को मार डाला। आरोपी भांजा रुमान फरार है।
नौशाद और राजिया की 6 साल की एक बेटी आतिफा है। वारदात के बाद पिता मन्नू अहमद का रो-रोकर बुरा हाल है। वह कह रहे हैं कि बहू के चक्कर में उनका पूरा परिवार खत्म हो गया। नौशाद दुबई में ड्राइवर था। वह 10 दिन पहले ही घर आया था ।
‘सिलसिलेवार तरीके से जानिए पूरा घटनाक्रम’
रविवार सुबह 8 बजे तरकुलवा के पटखौली गांव के जितेंद्र गिरी अपने खेत पहुंचे। वहां एक ट्रॉली बैग पड़ा था। उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने आसपास का इलाका बैरिकेड कर दिया।
एएसपी अरविंद वर्मा, डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम के साथ माैके पर पहुंचे। ट्रॉली बैग खोला तो उसमें युवक की दो टुकड़ों में लाश थी। कमर से सिर तक के हिस्से को प्लास्टिक में लपेटा गया था। कमर से पैर तक का हिस्सा बोरे में था। सिर पर धारदार हथियार से हमले के निशान थे।
पुलिस ने पूरा बैग चेक किया। लेकिन शिनाख्त हो पाए, ऐसा कुछ नहीं मिला। इसके बाद एएसपी की निगाह ट्रॉली बैग में लगे बार कोड पर पड़ी। यह बार कोड एयरपोर्ट पर एंट्री के समय लगाया जाता है। पुलिस ने तुरंत एयरपोर्ट के अफसरों से बात की।
कुछ ही देर में बैग पर लगे बार कोड की डिटेल से शव की शिनाख्त नौशाद के रूप की गई। ट्रॉली बैग से कुछ ही दूरी पर एक विदेशी सिमकार्ड भी बरामद हुआ।
पुलिस नौशाद के घर पहुंची। पत्नी राजिया से पूछताछ की। वह पहले तो पुलिस को गुमराह करती रही। पुलिस ने शक होने पर घर की तलाशी ली तो खून लगा एक और सूटकेस मिला। इसके बाद राजिया से सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल लिया।
पुलिस पूछताछ में राजिया ने बताया कि शनिवार रात नौशाद को नशा कराया, जब वह पूरी तरह नशे में धुत हो गया तो भांजे को बुला लिया।
बड़े सूटकेस में भी भी शव नहीं आ रहा था। इसके बाद दोनों ने नौशाद के शव को दो टुकड़ों में काटा। फिर बड़े सूटकेस में भरा।
वारदात के वक्त घर में सिर्फ 6 साल की बेटी और बुजुर्ग पिता थे। पिता घर के बाहरी हिस्से में रहते हैं। ऐसे में उनको कुछ पता नहीं चल पाया। बच्ची को पत्नी ने एक कमरे में सुलाकर कमरा बंद कर दिया था।
राजिया ने बेहद चालाकी से साजिश की थी। हालांकि, वह ज्यादा पढ़ी-लिखी नहीं है। इसलिए बार कोड का मतलब नहीं समझ पाई। जल्दबाजी में उसने बैग से बार कोड को नहीं हटाया। रविवार सुबह नौशाद के पिता ने जब बेटे के बारे में पूछा तो उसने कह दिया कि वह रात में कहीं चले गए थे।
एएसपी अरविंद वर्मा ने बताया- नौशाद की हत्या उसकी पत्नी और सगे भांजे ने की है। दोनों के बीच अफेयर था। एक साल पहले भी नौशाद दुबई से आया था। तब उसे पत्नी के अफेयर के बारे में पता चला था।
मामले को लेकर गांव में पंचायत हुई। इसमें तय हुआ कि पत्नी अब प्रेमी से नहीं मिलेगी। लेकिन, नौशाद के दुबई जाने के बाद दोनों फिर से मिलने लगे थे। गांव के लोगों का कहना है कि नौशाद का व्यवहार अच्छा था। पत्नी के अफेयर पता चलने के बाद भी उसे कबूल कर लिया था। पत्नी ने जो कृत्य किया है, समाज में एक बहुत गलत संदेश को जन्म देता है जिससे रिश्ता तार तार हो जाता है ये मामी भांजे का प्यार था। जो घटना को इस कदर अंजाम दिया। यह हृदय बिदारक घटना प्यार हैं या हवस।


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