ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट के के

फर्रुखाबाद-
मिशन कंपाउंड बढपुर फर्रुखाबाद के नजदीक यहां पर जैसी जिसकी जेब वैसे ही मूर्तियों का लेना होता है यहां 200 रूपये से शुरू होकर 10 हज़ार व 15 हज़ार तक की मूर्तियां आपको मिल जाती हैं। कारीगरो द्वारा बनाई जाती हैं जो बड़ी दूर-दूर से आते हैं दुकानदार ने बताया कि हम लोग लगभग डेढ़ महीना पहले से इसकी तैयारी शुरू कर देते हैं उसके बाद दुर्गा पूजा की भी तैयारी शुरू कर देते हैं क्योंकि लगभग 1 महीने से ज्यादा समय उसमें भी लग जाता है यह है हमारी फर्रुखाबाद की परंपरा की मिसाल यहां जो भी त्योहार मनाए जाते हैं भक्ति भाव और जोर-शोर से मनाए जाते हैं यहां पर गणपति बप्पा विराजमान होते हैं मन से दोनों टाइम आरती की जाती है वह उन्हें भोग लगाते है प्रसाद बांटा जाता है सजावत व रोशनी का भी बहुत अच्छा इंतजाम होता है। कुछ जगहों पर लीलाएं भी रची जाती हैं उनका प्रदर्शन किया जाता है लगभग एक हफ्ता ऐसा लगता है स्वर्ग धरती पर उतर आया।