ईस्ट इंडिया टाइम्स राजेन्द्र सिंह धुआँधार
कन्नौज। जिले के छिबरामऊ क्षेत्र के दिलु नगला में स्थित एक धान मिल में हुये दर्दनाक हादसे में मिल में काम करते समय बोरों की लाट अचानक गिर जाने से यहां काम कर रहे तीन मजदूर धान के बोरे के चपेट में आ गये। धान के बोरे के ढेर में दबने से दो मजदूरों की मौत हो गई, जबकि तीसरे मजदूर की गंभीर हालत में उपचार जारी है। बताते चलें कि उपरोक्त धान मिल में शुक्रवार की सुबह से बोरों को हटाये जाने के कार्य में मजदूर जुटे हुये थे। इसी दौरान बोरों की एक लाट अचानक ढह गई। जिससे यहां काम कर रहे मजदूर बहवलपुर निवासी 25 वर्षीय ब्रजेश कुमार पुत्र मान सिंह कठेरिया , काशीराम कालोनी निवासी 50 वर्षीय राजेंद्र पुत्र बाबू नागर, बरेली जिले के भोजीपुरा गांव निवासी 25 वर्षीय बुद्धू पाल पुत्र नन्हे लाल गिहार, बोरों की लाट के नीचे दब गये। घटना की सूचना पर मिल में काम कर रहे अन्य मजदूरों और मिल स्टॉफ में हड़कंप मच गया। बचाव और राहत कार्य को मिल स्टॉफ और अन्य मजदूर घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। कड़ी मशक्कत करके बोरों की लाट से नीचे दबे मजदूरों को बाहर निकाला जा सका।
उपचार हेतु आनन फानन में घायल मजदूरों को स्थानीय 100 शैय्या हॉस्पिटल भेजा गया।
यहां डाक्टरों ने घायल दो मजदूरों बहबलपुर के ब्रजेश और काशीराम कालोनी के राजेंद्र की मौत की पुष्टि कर दी। उपचार के दौरान तीसरे मजदूर बुद्धू पाल की हालत गंभीर बनी हुई थी। बताते चलें कि, घटना की सूचना पर मजदूरों के परिजन भी मिल की ओर दौड़ पड़े। वहीं मामले की जानकारी पर छिबरामऊ पुलिस बल भी मौके पर पहुंचा। मिल मालिक का नाम कौशल कुमार बताया गया है। गेटमैन का नाम शिवकुमार बताया गया है। घटना के दौरान मिल के मुख्य गेट को ताला लगाकर बंद कर दिया गया। हालांकि उपरोक्त संदर्भ में गेट कर्मी शिव कुमार का कहना था, कि गेट जरूर बंद किया गया, लेकिन मालिक ने कहा था, कि जरूरत पड़ने पर गेट खोल दिया जाय।
घटनास्थल पर पहुंचे मृतक मजदूरों के परिजनों के करुण क्रंदन का सिलसिला जारी था। वहीं मौके पर पहुंची पुलिस जांच पड़ताल में जुटी थी। मृतक मजदूरों के पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी कराई जा रही थी।