पाक महीना रमजान और होली के संबंध में इस्लामिक सेंटर सचिव ने जारी की एडवाइजरी

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ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट जाहिद हुसैन।

फ़िरोज़ाबाद।
रमजान और होली के संबंध में इस्लामिक सेंटर मदीना कॉलोनी फिरोजाबाद के सचिव मौलाना आलम मुस्तफा याकूबी ने 8 सूत्री एडवाइज़री जारी करते हुवे कहा कि चाँद देखते ही 1, या 2,मार्च से रमजान का पवित्र महीना शरू हो रहा है यह मुसलमानो का पाक मुक़ददस महीना है इसमें लोगों के गुनाहों को माफ़ किया जाता है इसमें लोग दिन में रोज़ा रखते हैं और रात में 20 रका अत तरावीह मर्द मस्जिदों में अदा करते है और महिलाएं घरों में पढ़ती हैं.. सभी मुस्लिम भाई बहन इस पाक महीने में रोज़े रखें और पूरे महीने अल्लाह की इबादत करें पूरे महीने तरावीह पढ़ें और अल्लाह से अपने गुनाहों की माफ़ी मांगे और अपने रिश्ते नाते जोड़ें।
चाँद देखना सवाब है इस्लामिक सेंटर मदीना कॉलोनी मस्जिद आयशा में टेलिस्कोप के ज़रिये चाँद देखा जाएगा यह इंतेज़ाम पूरे ज़िले में सिर्फ इस्लामिक सेंटर मस्जिद आयशा में है इसलिए चाँद देखने तशरीफ़ लाएं। इसी महीने की 14 मार्च में होली का पर्व भी है और उस दिन जुमा है इस को दुखते हुए इस्लामिक सेंटर नें गत वर्षों की तरह इस वर्ष भी एक एडवायजरी जारी की है।

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  1. रोज़ा रखना हर मुस्लमान बालिग़ मर्द,औरत पर पूरे महीने फर्ज़ हैं इसलिए सभी रोज़ा रखें ।
  2. इसी रमजान माह में इस वर्ष हमारे हिन्दू भाइयों का बड़ा त्योहार होली है इसमें हमारे नौजवान एक दूसरे की भावनाओं का ख्याल रखें गली मोहल्ले, बाज़ारों में घूमने के बजाए मस्जिद या घर में रह कर इबादत करें।
    3.रमजान की एक इबादत जरूरतमंदों मिस्किनो गरीबों को तलाश करके जकात, सदकात, खैरात (दान ) देकर उनकी गरीबी को दूर करने में मदद करें ।
  3. रमजान पवित्र माह के आखिरी दस दिन में एतिकाफ़ करना(जो मोहल्ले की मस्जिद में दस दिन का होता है ).बड़ा सवाब है..
    5.रमजान में अपनी अपनी मस्जिदों के माइक की आवाज़ को स्लो (धीमी रखें ) और सेहरी के वक़्त हरगिज़ माइक पर शोर हंगामा ना करें जिस से कसी दूसरे को तकलीफ हो सभी एक दूसरे के जज़्बात का ख्याल रखें।
  4. रमजान में कसी रोज़ेदार को अफ्तार कराना बड़ा सवाब है लेकिन यह याद रखें की हलाल लुकमे से अफ़्तार हो इसका खास ख्याल रखें।
  5. रमजान के आखरी अशरे की किसी 5 रातों में से किसी एक में शबेक़द्र हो सकती है उस में खास तोर पर मस्जिद या घर में रह कर इबादत करें इसका एक हज़ार महीनों की इबादत के बराबर सवाब मिलता है। इसमें सड़कों और बाज़ारों और कैंटीन में अपना वक़्त खराब ना करें ।
  6. सड़कों पर रास्तों मे रास्ता रोकर नमाज़ अदा ना करें..
    इस एडवाइजरी पर सभी लोग अमल करें।
    इस्लामिक सेंटर की तरफ से रमजान हेल्प लाइन हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 1 मार्च से खोल दी जाएगी जिसे मौलाना आलम मुस्तफा याक़ूबी की निगरानी में एक पैनल मुफ्ती व उलमा का बनाया गया है हेल्पलाइन के लिए।
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