माँ के आशिक को बेटे ने अपने मामा के साथ मिलकर उतारा मौत के घाट एसपी ने किया पूरे हत्याकांड का खुलासा

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राजेन्द्र सिंह धुआँधार) ‌‌ ईस्ट इंडिया टाइम्स
कन्नौज। गुरसहायगंज के एक गाँव के रहने वाले दिव्यांग युबक की 2 जुलाई को हत्या हो गई थी। उसका शव गाँव के बाहर ट्यूबवेल की हौद में पड़ा मिला था। इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में तीनों ने गुनाह कबूल कर लिया। जिसके बाद तीनों को जेल भेज दिया गया। घटना का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद ने बताया कि 2 जुलाई को गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र के मझपुर्वा गाँव के बाहर पप्पू की बगिया के ट्यूबवेल की हौद में गाँव के रहने वाले दिव्यांग आफताब का शव पड़ा मिला था। इस मामले में मृतक आफताब के पिता आलम शाद ने पुलिस को अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की तहरीर दी थी। एक महीने पुलिस ने कड़ी मशक्कत करके गाँव मझपुर्वा के ही रहने वाले सोनू उर्फ रफीउद्दीन और उसके ताऊ के बेटे राजन उर्फ कमालुउद्दिन और उसके मामा खाड़ेदेवर गाँव के रहने वाले राजा अली को हिरासत में लिया और पूछताछ की तो उन्होंने सच उगल दिया। पूछताछ में मुख्य आरोपी सोनू उर्फ रफीउद्दीन ने बताया कि मेरे पिता तसरूद्दीन की मृत्यु 9 वर्ष पहले बिजली के करंट लगने से हो गई थी। सोनू उर्फ रफीउद्दीन दो भाई और एक बहन में सबसे बड़ा है। हम लोगो को कोचिंग पढ़ाने के लिए पड़ोस के रहने वाले आफताब घर आया करता था। इस दौरान आफताब के नाजायज सम्बन्ध मेरी माँ से हो गया। जिसका हमने कईं बार विरोध किया। लेकिन आफताब का घर आना जाना बंद नहीं हुआ। पिछले 6 वर्षों से आफताब और माँ को रंगरेलियां मनाते आपत्तिजनक स्थिति में कईं बार देख चुका हूँ। माँ और आफताब की नाजायज सम्बंधों की बात पूरे गाँव और मोहल्ले में फैल गई। जब हम घर से निकलते तो लोग ताने मारने लगे थे। रोज रोज के ताने सुनने से हम परेशान हो चुकें मेरे सर पर खून सवार हो गया और हमने ये बात अपने ताऊ के लड़के कमालुउद्दिन और अपने मामा राजा अली को बताया। और आफताब की हत्या की साजिश रची 1 जुलाई को रात 9 बजे फोन कर आफताब को शराब पीने के लिए पप्पू की बगिया में बुलाया। और हम लोगो ने शराब पी जब आफताब जादा नशे में हो गया तब मैंने अपने चचेरे भाई कमालुउद्दिन और मामा राजा अली को इशारा किया। इन लोगों ने आफताब के हाथ और पैर पकड़ लिया और हमने नुकीले पत्थरों से उसके सिर पर कईं बार किया। जब वो मर गया तो शव छिपाने के लिए उसी ट्यूबवेल की हौद में फेंक दिया।

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