रिपोर्ट विरेन्द्र तोमर
बागपत/ जिलाधिकारी अस्मिता लाल ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि अब तक 235 मरीजों को चिकित्सकों द्वारा देखा जा चुका था, जिसमें से 32 मरीजों को एंटी रेबीज टीकाकरण किया गया था। इसके अलावा, 72 मरीजों की रक्त जांच पैथोलॉजी लैब में की जा चुकी थी।
डीएम ने अस्पताल की व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की अधीक्षक डॉ विभास राजपूत की सराहना की। उन्होंने इमरजेंसी वार्ड, एमएनसीयू वार्ड, एनबीएसयू वार्ड, सामान्य ओपीडी, महिला ओपीडी, दंत कक्ष, नेत्र कक्ष, पैथोलॉजी लैब, प्रसव कक्ष और कोल्ड चैन का निरीक्षण किया, जहां सभी व्यवस्थाएं सुव्यवस्थित पाई गईं।
निरीक्षण के दौरान विशेष रूप से नियॉनटल केयर यूनिट (MNCU) की प्रशंसा की और निर्देश दिए कि जच्चा-बच्चा केंद्र को और अधिक सुदृढ़ किया जाए।
जिलाधिकारी ने एमएनसीयू में भर्ती कम वजन के दो नवजात बच्चों की माताओं, मुस्कान और तनु, से मुलाकात की और अस्पताल में मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने प्रसूति वार्ड में भर्ती जच्चा बुशरा और रेश्मा से भी अस्पताल में मिलने वाली चिकित्सा सेवाओं के बारे में फीडबैक लिया।
निरीक्षण के दौरान संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को बनाए रखते हुए, मरीजों को सर्वोत्तम सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
डीएम ने प्रेरणा कैंटीन का भी निरीक्षण किया जिसे सरस्वती सहायता समूह की महिला संचालित कर रही थी उससे उसकी संबंध में जानकारी ली और कहा कि किसी तरह की कोई समस्या हो तो अवश्य बताएं स्वयं सहायता समूह को मजबूत करना प्रशासन की प्राथमिकताओं में से एक है।
इस अवसर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉक्टर विभास राजपूत सहित अन्य चिकित्सक उपस्थित रहे।