ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट सौरभ अग्रवाल।
फिरोजाबाद/टूंडला । माता पिता यदि, बच्चों को समय न दें तो, उनके भटकने और बिगड़ने की आशंका बनी रहती है। इसी तरह से पति अपनी पत्नी को समय न दे तो, वह भी गलत राह पर जा सकती है। ऐसा ही कुछ एक मामला थाना टूंडला में वृहस्पतिवार को उस समय देखने को मिला जब, पति पत्नी और वो का विवाद महिला रिपोर्टिंग चौकी टूंडला प्रभारी अलवीना पठान तक जा पहुंचा।
भारती गुप्ता (काल्पनिक नाम) पुत्री स्व. राजू गुप्ता निवासी थाना टूंडला ने कहा कि, उसकी शादी लगभग 12 वर्ष पूर्व अंश गुप्ता पुत्र सनोज कुमार गुप्ता निवासी रेलवे स्टेशन, घोड़ा चाय के सामने इटावा में हुई थी और दोनों के पास 2 साल की बेटियां भी हैं। मेरे पति अंश गुप्ता मुझे नज़र अंदाज करते हैं, मेरे साथ गलत व्यवहार करते हैं और समय भी नहीं देते हैं। यहां तक कि, मेरे पति ने मेरी तरफ बिल्कुल ही ध्यान देना बंद कर दिया है। फिर भी अपनी बेटियों के भविष्य को देखते हुए, हर दुख तकलीफ को सहन करती रही। इसी दौरान इन्स्टाग्राम के माध्यम से मेरी मुलाकात एक लड़के से हुई। वो मेरे दुख-सुख के बारे में जानने लगा। धीरे धीरे हम दोनों की अच्छी दोस्ती हो गई। मेरे पति को जब इस बारे में पता चला तो उन्होंने, मेरे साथ बुरा व्यवहार किया। हां मैं मानती हूं कि, मैंने गलती की, कि अपने पति के होते हुए किसी अंजान लड़के से बात की। लेकिन, मेरी इस गलती के पीछे मेरे पति की नजरअंदाजगी एक बहुत बड़ा कारण है। मैं ये भी जानती हूं कि, मेरे पति अपने अलावा मेरे जीवन में किसी और लड़के को बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। यदि मेरे पति समय रहते हुए मेरे दुख परेशानी को सुनते और समझते तो, शायद मेरे आंसू पोंछने के लिए कोई दूसरा लडका नहीं आता।
दोनों पक्षों की काउंसलिंग करते हुए महिला रिपोर्टिंग चौकी टूंडला पर चौकी प्रभारी म0उ0नि0 अलवीना पठान ने दोनों को समझाया कि, पति पत्नी का ये रिश्ता बहुत ही अनमोल होता है, ज़रा ज़रा सी बात को लेकर दोनों में कहा-सुनी होती रहती है लेकिन, एक दूसरे के बिना गुजा़रा नहीं होता। यही वो रिश्ता है जो जीवन के अंत तक एक दूसरे का साथ देते हैं। किसी अन्य व्यक्ति के चक्कर में आकर पति-पत्नी को अपना जीवन बर्बाद नहीं करना चाहिए। कोई भी अनजान व्यक्ति बिना लालच के, किसी भी महिला से बात नहीं करता है। बात करने के पीछे उसका कोई ना कोई मकसद छिपा हुआ होता है। महिलाओं को सतर्क रहना चाहिए। अपने दुख परेशानी को अपने पति व अन्य परिजनों के साथ शेयर करते हुए समस्या का समाधान निकालना चाहिए। काउंसलिंग करने के बाद दोनों पति-पत्नी को समझ आया कि, हम दोनों एक दूसरे को समय देंगे ताकि, कोई तीसरा व्यक्ति हमारी जिंदगी में ना आ सके और साथ में राजी खुशी रहने का वादा करते हुए पुलिस का धन्यवाद किया व चौकी से सकुशल रुखसत हुए।