रिपोर्ट विरेन्द्र तोमर बागपत
बागपत/ बडौत/बिनौली ब्लॉक के बिनौली गांव में
स्वच्छ भारत मिशन के दावों के बावजूद बिनौली गांव की सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। गांव के सार्वजनिक पेशाब घर की हालत इतनी बदतर हो चुकी है कि लोग उसका उपयोग करने से कतरा रहे हैं। स्थानीय निवासियों के अनुसार, इस पेशाब घर की सफाई पिछले एक महीने से नहीं हुई है, जिससे वहां गंदगी और बदबू का अंबार लगा हुआ है।
गांव के लोगों का कहना है कि शौचालय का निर्माण तो किया गया, लेकिन उसकी देखरेख और सफाई की कोई व्यवस्था नहीं की गई। इससे न केवल गांव की छवि धूमिल हो रही है, बल्कि बीमारियों के फैलने का भी खतरा मंडरा रहा है।
एक ग्रामीण ने बताया, “सरकार ने तो शौचालय बनवा दिए लेकिन सफाई की जिम्मेदारी कोई नहीं लेता। जब शिकायत करते हैं, तो अधिकारी सिर्फ आश्वासन देकर चले जाते हैं।”
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द सफाई कर्मियों की तैनाती की जाए और नियमित सफाई सुनिश्चित की जाए, ताकि गांव के लोग स्वच्छ वातावरण में जीवन जी सकें।