ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट आदिल अमान कायमगंज/
फर्रुखाबाद मूसलादार बारिश व तेज हवाओं से गन्ने की खड़ी फसल खेतो में गिर गई है। गिरी फसल को देखकर किसान परेशान है। कुछ ही दिनों में फसल पकने वाली थी। गन्ने की फसल के गिर जाने से गन्ना उत्पादन में प्रभाव पड़ेगा। पिछले तीन दिनो से क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से क्षेत्र व आसपास के गांव में आम जनजीवन अस्त व्यस्त है। भारी बारिश के कारण जिले को रेड अलर्ट में रखा गया था। मूसलाधार बारिश के कारण पिछले दो दिन से कक्षा 1 से लेकर कक्षा 12 तक के सभी विघायल को बंद कर दिया गया था। नगर के नाली व नाले उफनाने लगे थे। सड़के जलमग्न हो गई थी। लोगों को घर से निकालने के लिए काफी देर तक इंतजार करना पडा था। बारिश के कारण बड़े बड़े पेड बिजली की लाइन पर गिर गए थे। लोगों बिजली का समस्या से भी दो चार होना पड़ा था। बिजली की समस्या के चलते विघुत चलित उपकरण शोपीस बन हुए। जहां एक तरफ मूसलाधार बारिश से लोगों को गर्मी से राहत तो मिली है। वहीं दूसरी तरफ लगातार हो रही बारिश ने किसानो की चिंता बढा दी है। भारी बारिश के कारण गन्ना, बाजरा, धान व ज्वार की फसल को नुकसान हुआ है। भारी बारिश व तेज हवाओ के कारण बाजरा, गन्ना व धान की फसल जमीन पर लेट गई है। कुछ समय में बाद ही फसल पकने वाली थी। लेकिन बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया। नगर व आसपास के क्षेत्र में गन्ने की फसल को प्रमुख औद्योगिक फसल माना जाता है। किसानों का कहना है कि कर्ज लेकर गन्ने की फलस बोई थी सोंचा था कि फसल कटते ही कर्ज चुका देंगे और बेटी की शादी कर देंगे लेकिन असमान से बरसी आफत ने सब कुछ बर्बाद कर दिया। इस बारिश ने हमे कहीं का नहीं छोडा है। कई क्षेत्रों में फसल चौपट होने की कगार पर है। मूसलाधार बारिश व तेज हवाओं के चलते गन्ने की फसल गिर गई है। किसान गिरी हुई फसल को देख कर काफी परेशान है। फसल गिर जाने से गन्ना उत्पादन पर प्रभाव पड़ेगा। वहीं दि किसान सहकारी चीनी मिल कुछ महीने में ही चालू होने को है। ऐसे में गन्ना के कम पैदावार मिल को प्रभावित करेगी।