विश्व के विशाल अशोक स्तंभ निर्माण की जोरदार तैयारी

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ईस्ट इंडिया टाइम्स मनोज जौहरी।

फर्रुखाबाद।
विश्व के सबसे विशाल अशोक स्तंभ के निर्माण की तैयारी जनपद कन्नौज तहसील छिबरामऊ के ग्राम नगला लक्षीराम स्थित तथागत बुद्ध विहार सम्राट अशोक चैरिटेबल ट्रस्ट के द्वारा की जोरदारी से की जा रही है। जनपद कन्नौज की जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती प्रिया ओमकार शाक्य इस ट्रस्ट की संरक्षिका है। श्रीमती प्रिया शाक्य एवं ओमकार शाक्य ने ट्रस्ट के माध्यम से इस विशाल काम को करने का संकल्प लिया है। इच्छा पूरी करने के लिए जोरदारी से सक्रिय हो गए हैं।
ओमकार शाक्य ने बीते दिन फर्रुखाबाद जनपद में ऐतिहासिक अशोक स्तंभ के निर्माण का प्रचार करके बुद्ध एवं अंबेडकर वादियों से सहयोग की अपेक्षा की है। श्री शाक्य ने बीते दिन फर्रुखाबाद बाईपास स्थित आरपी गेस्ट हाउस में तथागत वरिष्ठ संभ्रांत नागरिक संगठन की बैठक में समाज के लोगों को विशाल अशोक स्तंभ के निर्माण के संबंध में व्यापक जानकारियां दी। श्री शाक्य ने समाज के लोगों को संबोधित करते हुए संगठन के लिए जोशीली कविता पाठ करने वाले लेखपाल अवनीश शाक्य को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने गागर में सागर भर दिया है।
उन्होंने सलाह दी कि समाज के ज्यादा संगठन नहीं होने चाहिए, ज्यादा संगठन होने पर समाज का अहित होने लगता है। सभी संगठनों को एक साथ मिलकर कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्व में केवल बौद्ध धर्म ही सत्यता की कसौटी वाला वैज्ञानिक धर्म है। उन्होंने शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षित समाज से बौद्ध धर्म बढ़ता जाएगा। श्री शाक्य ने अपने मन की बात उजागर करते हुए बताया कि मेरी इच्छा आईएएस बनने की थी लेकिन शिक्षित होने के कारण मैं जिले का प्रथम नागरिक बन गया। मैने चुनाव में काफी धन खर्च किया है समाज में बहुत से लोग धनवान है लेकिन उनको बहुत कम लोग जानते हैं।
मैंने विश्व का सबसे विशाल 101 फुट ऊंचा अशोक स्तंभ बनाने का संकल्प लिया है। संकिसा के भंते चेतसिक बोधी हमारा सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने समाज के लोगों से इस महान कार्य में तन मन धन से सहयोग करने की अपेक्षा करते हुए कहा कि मैं चाहता तो अकेले ही स्तंभ का निर्माण करवा सकता था। लेकिन मैं चाहता हूं कि समाज के अधिक से अधिक लोगों की भावनाएं अशोक स्तंभ के निर्माण से जुड़े। जिसका 100 रुपये भी निर्माण कार्य में लग जायेंगे तो वह अशोक स्तंभ के बन जाने पर गर्व महसूस करेगा कि इसमें मेरा भी सहयोग है। उन्होंने सत्ता में भागीदारी के लिए लोगों से किसी भी पार्टी में जोड़ने की सलाह दी।
श्री शाक्य ने बताया की 8 जनवरी पंचशील दिवस पर अशोक स्तंभ निर्माण के लिए तथागत बुद्ध विहार सम्राट अशोक चैरिटेबल ट्रस्ट के द्वारा भूमि पूजन किया जाएगा जिसमें सभी लोगों को आमंत्रित करता हूं।
विश्व के सबसे विशाल अशोक स्तम्भ का निर्माण
के प्रचार के लिए पंपलेट बांटे जा रहे हैं जिसमें कहा गया है कि भारतीय इतिहास में सबसे शक्तिशाली देवनांप्रिय प्रियदर्शी सम्राट अशोक महान का राज्यकाल ईसा पूर्व 269 से 232 तक उत्तर में हिन्दुकुश, तक्षशिला की पर्वत श्रेणियों से दक्षिण में गोदावरी नदी सुवर्ण गिरि पहाडी एवं मैसूर तक और पूर्व में बाग्लादेश, पाटिलिपुत्र से पश्चिम में अफगानिस्तान, ईरान, बलूचिस्तान तक था। सम्राट अशोक के साम्राज्य में आज का सम्पूर्ण भारत पाकिस्तान, अफगानिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश, भूटान, म्यांमार तक रहा था। उस समय से आज तक का सबसे बडा भारतीय साम्राज्य रहा है।
ऐसे महान सम्राट अशोक के सम्मान में तथागत बुद्ध विहार नगला लक्षीराम, छिबरामऊ जनपद कन्नौज में ऐतिहासिक विश्व के सबसे ऊँचे (101 फीट) अशोक स्तम्भ एवं तथागत बुद्ध विहार का निर्माण प्रस्तावित है। अतः सभी बन्धुओं से निवेदन है कि इस ऐतिहासिक निर्माण कार्य में अपना यथाशक्ति सहयोग प्रदान करने का कष्ट करें।

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