ईस्ट इंडिया टाइम्स/कुलदीप दुबे

इटावा/उ0प्र0: जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में जनपद के कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित की गई। जिसमें उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा गर्भवती महिलाओं को पहले ट्राइमेस्टर में रजिस्टर किया जाए एवं 68 प्रतिशत के टारगेट को पूर्ण कर 90 प्रतिशत तक बढ़ाया जाए जिससे लो बर्थ रेट ठीक होगा एवं अर्ली स्टेज की बीमारी जैसे एनीमिया को ठीक किया जा सकेगा साथ ही साथ टिटनस भी इम्प्रूव होगा। उन्होंने कहा कि यू0विन0 पोर्टल पर ज्यादा से ज्यादा बच्चों का रजिस्ट्रेशन कराया जाए एवं नए जन्मे बच्चों को भी रजिस्टर कराया जाए साथ ही सभी बच्चों का सही डाटा पोर्टल पर फीड कराया जाए। उन्होंने कहा कि सभी डिलीवरी सेंटर के मानक को वेरिफाई किया जाए। उन्होंने कहा जहां जहां डिलीवरी सेंटर हैं वहां ऑडिट कराया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि बेडशीट साफ हो, पंखे सही स्थिति में हो, वातावरण अच्छा हो, स्टाफ का व्यवहार अच्छा हो एवं अस्पताल साफ सुथरा होना चाहिए। उन्होंने डिप्थीरिया और खसरा रुबेला के पाए गए 36 केसों की सूची बनाकर जांच करने हेतु निर्देश दिया साथ ही उन्होंने कहा कि इस प्रकार के रोग होने के कारणों का पता लगाया जाए एवं उन्हें ठीक करने पर फोकस किया जाए। उन्होंने कहा कि कॉन्कारेट ऑडिट रिपोर्ट की कमियों का सुधार किया जाए। उन्होने संबंधित को निर्देशित करते हुए कहा कि ट्रिपल ए की बैठक के दौरान आंगनवाड़ी और स्वास्थ्य विभाग उपस्थित रहे और सभी को जानकारी दें। उन्होंने कहा कि ट्रिपल ए का माइक्रोप्लान अच्छे से बनाया जाए और बैठक को मजबूत किया जाए जिससे मां और बच्चे के स्वस्थ्य को इम्प्रूव किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ट्रिपल ए की बैठक में ए0एन0एम0 और आंगनवाड़ी द्वारा कराए जाने वाले कार्यों का प्लान बनाया जाए। उन्होंने कहा जिन क्षेत्रों में एनेमिक महिलाएं अधिक हैं ऐसे क्षेत्रों को चिन्हांकन किया जाए एवं आयरन सप्लीमेंट को प्राप्त कराए जाने हेतु ध्यान दिया जाए। उन्होंने सी0एच0सी0 पर 24 घंटे संसाधन उपलब्ध कराए जाने हेतु एवं सुविधाएं बढ़ाई जाए और मशीनें उपलब्ध कराई जाने हेतु निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पब्लिक का स्वास्थ्य अच्छा रहना बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा इंस्टीट्यूशनल डिलीवरी को बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा आशाओं की मॉनिटरिंग कराई जाए एवं ग्रामीण क्षेत्र में आशाओं की नियुक्ति कराई जाए। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी और बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अन्तर्गत आंगनवाड़ी और सकूलों में जांच टीम भेजी जाए एवं यह सुनिश्चित किया जाए कि स्कूलों में बच्चों की सौ प्रतिशत उपस्थिति होनी चाहिए जिससे सभी बच्चों की जांच सकुशल हो सके। उन्होंने कायाकल्प अवॉर्ड योजना को लेकर कहा कि सी0एच0ओ0 के इंडिकेटर्स का परफॉर्मेंस एसेट किया जाए और अच्छे परफॉर्मर को सम्मानित किया जाए और नॉन परफॉर्मर को सचेत किया जाए। उन्होंने कहा कि कॉन्कारेट ऑडिट रिपोर्ट की कमियों का सुधार किया जाए। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में खाना बनाने के लिए समूह की महिलाओं का सहयोग लिया जा सकता है एवं उनका भुगतान भी समय से किया जाए।
बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी अजय कुमार गौतम, मुख्य चिकित्सा अधिकारी बृजेन्द्र कुमार सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी, बेसिक शिक्षा अधिकारी, अधिशासी अभियंता नगर पालिका परिषद विनय मणि त्रिपाठी सहित समस्त संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

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