ईस्ट इंडिया टाइम्स ब्यूरोचीफ ताहिर कुरैशी


14 जून 2025/* वृंदावन दर्शन को आए श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के पूज्य स्वामी यतींद्रानंद गिरी महाराज जी ने बांके बिहारी जी कोरिडोर की पुरजोर पैरोकारी की है। उन्होंने कहा कि वृंदावन में कोरिडोर के लिए सरकार कहे या ना कहे, लेकिन भक्त अवश्य कह रहे है कि इसका निर्माण होना चाहिए। सेवा पूजा से जुड़े कुछ लोग ही इसका विरोध करेंगे। यह स्थिति देश भर में कोरिडोर बनाए जाने के दौरान पैदा हुई है।
शनिवार को उत्तराखण्ड से आए महाराज श्री ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि वृंदावन इस धरती पर स्वर्ग है। इस भूमि की रज पर स्वयं भगवान लोटपोट हुए। आज भी लाखों लाखों लोग जीवन की उलझनों को सुलझाने ब्रज भूमि आते है। यह भूमि धन्य है। इसे जितनी बार प्रणाम किया जाए कम है।
वृंदावन में कोरिडोर के सवाल पर उन्होंने कहा कि योगी सरकार इसके लिए साधुवाद के पात्र है। कोरिडोर भक्तों की जरूरत है। श्री बांके बिहारी जी के भक्त कह रहे है कि कोरिडोर जरूर बनना चाहिए। अब वृंदावन आने वाले भक्तों की संख्या लाखों लाख हो गई। कई बार हादसे हो चुके है। लोगों की जान चली गई है। भीड़ भाड़ से भक्तों को बचाने के लिए सरकार ऐसा सोच रही है, तो इसमें क्या परेशानी है।
उन्होंने कहा कि वृंदावन में कुछ लोग है जो बिहारी जी की सेवा पूजा से जुड़े है, वही विरोध कर रहें है। बाकी कोई कोरिडोर के विरोध में नहीं है। सरकार को चाहिए कि श्री बांके बिहारी जी की सेवा पूजा में लगे परिवारों के हितों का ध्यान रखे। किसी का अहित नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि बिहारी जी किसी की निजी सम्पत्ति नहीं है, न व्यक्ति और न किसी परिवार की। बिहारी जी सभी के है। गिरी महाराज जी ने कोरिडोर की व्यवस्था के लिए सामाजिक ट्रस्ट की आवश्यकता जताई, जिसमें सभी का प्रतिनिधित्व रहे।
वृंदावन के प्राचीन स्वरूप नष्ट होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि देश में जहां जहां कोरिडोर बने है, आर्थिक तरक्की हुई है। रोजगार बढ़ा है। अयोध्या, काशी में जो लोग विरोध करते थे, अब वह लोग कहते है हम मालामाल हो रहे है। भक्तों की संख्या बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि भक्ति भावना के साथ विकास होता है तो कुछ बुरा नहीं है।