यदि अटूट निष्ठा हो तो परमात्मा पत्थर से भी प्रकट हो सकते हैं- जगतगुरु निंबिका चार्य
ईस्ट इंडिया टाइम्स आदिल अमान
कायमगंज/फर्रुखाबाद
नगर के सी पी सभागार में चल रही कथा में प्रवक्ता जगतगुरु निम्बका चार्य पीठाधीश्वर स्वभूराम द्वारा चार्य श्री राधा मोहन शरण देवाचार्य ने ध्रुव चरित्र सुनते हुए बताया कि यदि जीवन में दृढ़ संकल्प हो,साहस हो,धैर्य हो तो सफलता उसका वर्ण करती है।जिस प्रकार ध्रुव ने अपने इन्हीं गुना से परमात्मा को प्राप्त किया अजामित्या चरित्र पर प्रकाश डालते हुए महाराज ने बताया कि यदि पुत्र के ब्याज से मरते वक्त यदि भगवान के नाम का स्मरण हो जाए तो उसका भी कल्याण हो सकता है प्रहलाद चरित्र का वर्णन करते हुए बताया कि यदि अटूट निष्ठा हो, पूर्ण विश्वास हो, समभाव हो तो परमात्मा पत्थर से भी प्रकट हो सकते हैं। हिरण्यकश्यप ने प्रहलाद से पूँछा कि यदि परमात्मा सर्वत्र है तो पत्थर के खंभे में भी है। इसी विश्वास की पूर्णता के लिए और अपनी सर्वव्यापकता सिद्ध करने के लिए नृसिंह के रूप में भगवान पत्थर से प्रकट हुए। इस कथा में आरती के समय सांसद, विधायक आदि उपस्थित हुए। सभी गणमान्य महानुभावों का स्वागत यजमान सत्य प्रकाश अग्रवाल एवं डॉ मिथिलेश अग्रवाल ने साफा पटका पहनाकर स्वागत किया। उपस्थित अन्य लक्ष्मी नारायण अग्रवाल, मोनिका अग्रवाल, कृष्णानंद दीक्षित, मुन्नालाल गुप्ता, अनिल अग्रवाल, नीरज अग्रवाल, मंजू अग्रवाल, सुमन अग्रवाल,रजनी गोयल, स्नेह कोठीवाल आदि मौजूद रहे।
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