ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट आदिल अमान

कायमगंज/फर्रुखाबाद
कंपिल क्षेत्र के गांव मिस्तनी के दर्जनों बाढ़ पीड़ित किसानों ने तहसील पहुंच कर मांग की और कहा बाढ़ के दौरान उनकी फसले बरबाद हो गई थी। इसको लेकर तहसील प्रशासन की ओर से राजस्व कर्मियों ने सर्वे किया था। आरोप है कि इसके एवज में क्षेत्रीय लेखपाल ने किसानों से मुआवजे के नाम पर किसी से 12 हजार तो किसी से 8 हजार तो किसी से 5 हजार रुपए सुबिधा शुल्क लिए थे। इसके बाद 24 फाइले पोर्टल पर दर्ज नहीं कराई गई। इससे वह लाभ लेने के लिए बंचित रह गए। किसानों का कहना है इस बारे में वह कई बार तहसील के चक्कर लगा चुके है। अधिकारियों से शिकायत की लेकिन कुछ नहीं हुआ। लेखपाल ने फीड़िंग कराई और न ही लिया गया सुबिधा शुल्क वापस किया गया। इसको लेकर किसान कुशपाल सिंह, सोनू सिंह, हरवीर सिंह, राजवीर, महेश, रेशमा देवी, सुखदेवी, रामवीर, संगीता आदि ने सीडीओ को कई शपथ पत्र सौपे और शिकायत दर्ज कराई। इस पर जांच के आदेश दिए गए है।

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