ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट आदिल अमान
कायमगंज/फर्रुखाबाद
ई रिक्शा चालक भारतीय भूमिहीन मजदूर यूनियन मजदूर अथवा किसानों रेल यात्रियों की सुविधाओं में बढ़ोतरी हेतु सरकार को अवगत कराते हुए कहा है कि 30 जनवरी फिर आ पहुंची है। यह बापू का परि निर्माण दिवस (शहीद दिवस) हमारे बीच से स्थूल रूप से विदा हुए 75 वर्ष बीत चुके हैं। 30 जनवरी को भारत ने अपना उद्धार कर्ता,मुक्तिदाता और पथ प्रदर्शक खो दिया विश्व में फैले हुए द्वेष, घृणा,शंका, कुशंका और हिंसा के वातावरण उनका/ निर्भया,विश्वास, प्रेम और अहिंसा का संदेश काफूर कर सकता था। हम भारतीययों ने तो अपने आपको इस दिन सर्वथा अनाथ अनुभव किया। इस देश के करोड़ों दरिद्र नारायणो के सहारे थे। गंगो के वाणी थे सोए हुए राष्ट्र को जगाया और दास्ता की जंजीरों से आजादी दिलाई। इसी संदेश के साथ ई रिक्शा चालक भारतीय भूमिहीन मजदूर यूनियन ने तहसील पपरिसर में 10 सूत्रीय मांग पत्र सोपा। जिसमे कहा गया है कि ऐसे सभी भूमिहीन मजदूरों को जिस तरह से भारत सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार ने 5 एकड़ भूमि बाले किसानों को 5 सौ रूपये पेंशन दी जा रही है। इसी तरह से भारत सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार इन गरीब मजदूर चालकों एवं महिलाओं को भी 2 हज़ार रूपये प्रतिमा पेंशन के रूप में दिया जाए। शराब सभी बुराइयों की जड़ है। शराब से सैकड़ो लोगों की मौत हो चुकी है प्रदेश में पूर्ण रूप से शराब पर पाबंदी लगाई जाए। शराब से होने वाली मौतों पर परिवार को 5 लाख रूपये का मुआवजा दिया जाए। कायमगंज व देवरामपुर रेलवे क्रॉसिंग पर रेलवे द्वारा स्वीकृत ओवर ब्रिजों का निर्माण कर शीघ्र कराया जाए। रेल यात्रियों की बढ़ती हुई भीड़ को देखते हुए सभी एक्सप्रेस ट्रेनों में जनरल कोच लगाए जाएं। किसानों की फार्मर रजिस्ट्री में श्री, कुमार, उर्फ आदि नाम में आ रही समस्या का अतिशीघ्र समाधान किया जाए। अन्य निम्न मांगों को लेकर ज्ञापन सोपा।
मांग पत्र देने वालों में मोहम्मद वाजिद अली राका भाई मंसूरी, नौशाद अली,पन्नालाल, राकेश,राजेंद्र कुमार, अहमदुद्दीन,फिरोज मंसूरी, सरफुद्दीन, नूर मोहम्मद,नितिन कुमार, बन्ने,कारन,निर्देश कुमार, नंदकिशोर आदि शामिल थे।