ईस्ट इंडिया टाइम्स समाचार संपादक सैय्यद जमाल अली/
पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन हाईजैकिंग पर शोक जताया और आतंकवादियों को जहन्नुम भेजे जाने की बात कही। बलूचिस्तान के बोलन दर्रे पर हुई इस घटना में बीएलए आतंकवादियों ने ट्रेन को रोककर यात्रियों को बंधक बना लिया था। 30 घंटे बाद पाक सेना ने सफलतापूर्वक रेस्क्यू ऑपरेशन किया सभी आतंकवादी मार गिराया। शरीफ ने
घटना में हुए शहीदों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
पाकिस्तान के क्वेटा में जाफर एक्सप्रेस ट्रेन हाईजैक के लगभग 30 घंटे के बाद पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ का ये पहला बयान सामने आया है। शहबाज शरीफ ने लिखा है कि दर्जनों आतंकवादियों को जहन्नुम भेज दिया है।
पीएम शहबाज शरीफ ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “मैंने मुख्यमंत्री सरफराज बुगती से बात की जिन्होंने मुझे जाफर एक्सप्रेस पर हुए जघन्य आतंकवादी हमले के बारे में नवीनतम घटनाक्रमों से अवगत कराया। पूरा देश इस नृशंस कृत्य से बहुत सदमे में है बेकसूर लोगों की जान जाने से दुखी है। ऐसी बुजदिल हरकतें पाकिस्तान के अमन के मनसूबे को नहीं हिला पाएंगी।”
बलूचिस्तान प्रांत में प्रतिबंधित बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने मंगलवार को क्वेटा से पेशावर जा रही एक ट्रेन जाफर एक्सप्रेस को बोलन दर्रे पर रोक दिया यात्रियों को बंधक बना लिया। इसके बाद पाकिस्तान सेना 30 घंटे से रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही थी।
पाकिस्तान के इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने बुधवार को कहा कि जाफर एक्सप्रेस ट्रेन पर हमला और अपहरण के एक दिन बाद बलूचिस्तान में शुरू किया गया रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो गया है। उन्होंने कहा कि वहां मौजूद सभी 33 आतंकवादी मारे गए हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ ने कहा, “11 मार्च को बोलन में आतंकवादियों ने दोपहर करीब एक बजे रेल की पटरी को निशाना बनाया और उसे विस्फोट से उड़ा दिया तथा जाफर एक्सप्रेस को रोक दिया। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, ट्रेन में 440 यात्री सवार थे।”
ऑपरेशन का ब्यौरा देते हुए लेफ्टिनेंट जनरल चौधरी ने कहा कि जिस क्षेत्र में यह घटना घटी, वहां पहुंचना कठिन था क्योंकि यह बाशिंदों और सड़क नेटवर्क से बहुत दूर था।