ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट सौरभ अग्रवाल।
फिरोजाबाद। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ और डबल इंजन कहे जाने वाली भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार इस कदर बढ़ चुका है कि, जनता द्वारा चुने गए पार्षदों की भी किसी भी स्तर पर सुनवाई नहीं हो रही है। फिर वे पार्षद चाहे सत्ता पक्ष के हों या फिर विपक्ष के सभी की स्थिति एक जैसी हो चुकी है। जिसका जीता जागता एक उदाहरण नगर निगम में उस समय देखने को मिला जब, वार्ड नंबर 32 से चुने गए बीजेपी के जनप्रिय, कर्मठ, जुझारू और ईमानदार पार्षद नरेश शर्मा उर्फ नीटू ने नगर निगम के गेट पर विभागीय अधिकारियों के भ्रष्टाचार में संलिप्त होने का आरोप लगाते हुए स्वयं अपना मुंडन कर डाला।
सुशासन और भ्रष्टाचार मुक्त सिटी का दावा करने वाले सत्ता पक्ष के पार्षद नरेश शर्मा उर्फ नीटू ने निगम के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि, नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए विभागीय अधिकारियों ने दो माह पूर्व उनके वार्ड में बिना बताए ठेकेदार को सड़क निर्माण का भुगतान कर दिया है। जबकि, उन्होंने नियम विरुद्ध कराए गए निर्माण कार्य के निष्पक्ष जांच की मांग की थी। जो, अभी तक नहीं की गई है।
लगातार मांग करने के बाद भी कोई कार्रवाई न होने पर बुधवार को पार्षद नगर निगम पहुंच गए और परिसर के अंदर अपना मुंडन करना चाहा तो, उत्तर प्रदेश सफाई कर्मचारी कल्याण संघ के विकास चंद्र बाल्मीकि चंदन ने इसका विरोध किया। तब, उन्होंने नगर निगम के गेट पर ही अपना मुंडन कर लिया।
इस संबंध में जब चंदन से जानकारी चाही गई तो, उन्होंने बताया कि, परिसर के अंदर बाल्मिकी पार्क में पार्षद मुंडन करने का प्रयास कर रहे थे। जिसके लिए मना करने पर, वह स्वयं निगम के गेट पर चले गए और मुंडन कर लिया।