ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट सुदेश वर्मा
बागपत/ बडौत/छपरौली: क्षेत्र के गाँव लूम्ब में स्थित उपाध्याय ध्यान केन्द्र में उपाध्याय समाज द्वारा श्री गुरु गोरक्षनाथ महापर्व उत्सव का प्रारम्भ यज्ञ से हुआ। उत्सव में नाथ सम्प्रदाय के इतिहास, योग, नाथ पंथ की शिक्षा-दिशा एवं श्री गुरु गोरक्षनाथ के जीवन पर वक्ताओं ने प्रकाश डाला। उत्सव में अतिथियों को फूल-मालायें व पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि के रूप में आमन्त्रित केटी विंग के संस्थापक कपिल त्यागी ने कहा बटोगें तो कटोगें का उद्घोष करने वाले नाथ सम्प्रदाय के महन्त मुख्यमन्त्री योगी आदित्य नाथ की दृढ़ता नाथ पंथ के हट योग का प्रमाण है। गोरखधंधा श्री गुरु गोरक्षनाथ की रहस्यमय विद्या है। लेकिन कुछ अज्ञानी व्यक्ति इसे तस्करी और चोर बजारी के लिए प्रयोग कर रहे है जो निन्दनीय है। विशिष्ट अतिथि संजोग उपाध्याय ने कहा श्री गुरु गोरक्षनाथ महापर्व हम नाथ सम्प्रदाय के व्यक्तियों में एक आलोकित ऊर्जा का संचार करता है। नाथ सम्प्रदाय सनातन धर्म की एकता और अखंडता का प्रतीक है।
महापर्व उत्सव के प्रेरणा स्रोत समाजसेवी आर०आर०डी० उपाध्याय ने कहा श्री गुरु गोरक्षनाथ का जन्म और सिद्धियाँ पूर्णतः वैज्ञानिक है। नाथ सम्प्रदाय के सन्यासीयों को शास्त्रों के साथ शस्त्र शिक्षा अनिवार्य है। श्री गुरु गोरक्षनाथ का हट योग लक्ष्य प्राप्त करने का मूल मंत्र है।
उत्सव की अध्यक्षता संसार सिंह उपाध्याय और संचालन रविकुमार एडवोकेट ने किया।
इस अवसर पर, रक्षिता, मधू, प्रिया उपाध्याय, कौशल, सुनीता, सोमपाल, प्रदीप कुमार उपाध्याय, राहुल कुमार, हरेन्द्र, डॉक्टर राजीव उपाध्याय, योगेन्द्र सरोहा, जितेन्द्र कुमार बली, अमित कुमार हुड्डा, सोनू चौहान, उत्सव, अरविन्द कुमार, जय कुमार, सुरेश, चन्द्रपाल, माल, राजीव, नरेश आदि उपस्थित रहे।