इतिहास मे स्वर्ण अक्षरों ने दर्ज है लोक माता देवी अहिल्याबाई होल्कर का नाम -डॉ मिथलेश अग्रवाल

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ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट आदिल अमान

कायमगंज/फर्रुखाबाद
नगर के सी पी गेस्ट हाउस मे भारतीय जनता पार्टी की जानिब से पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होल्कर त्रिशताब्दी स्मृति अभियान विधान सभा पंचायत प्रतिनिधि सम्मलेन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम आयोजक डॉ मिथलेश अग्रवाल व कार्यक्रम संयोजक रश्मि दुवे थी वहीं सम्मलेन के मुख्य अतिथि पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष औरैया भुवन प्रकाश गुप्ता रहें। सम्मलेन का आगाज करने से पहले सर्व प्रथम दीप प्रजुलन किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि भुवन प्रकाश गुप्ता ने अहिल्याबाई होल्कर के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पुण्य श्लोक देवी अहिल्याबाई होल्कर भारतीय इतिहास के उन महान नारियों में से हैं, जिन्होंने नारी शक्ति, प्रशासनिक दक्षता और धर्म परायणता का ऐसा उदाहरण प्रस्तुत किया, जिसकी स्मृति 300 साल बाद भी भारतीय जनमानस में श्रद्धा के साथ अंकित है। उन्होंने कहा 31 मई 1725 को महाराष्ट्र के अहमद नगर जनपद स्थित चांडी ग्राम में जन्मी अहिल्याबाई प्रारंभ से ही विलक्षण प्रतिभा और प्रखर बुद्धि की धनी थी। उनके पिता मानकोजी शिंदे मराठा साम्राज्य में पाटिल के पद पर कार्यरत थे, जिन्होंने अपनी पुत्री को मर्यादा,नीति और धर्म का संस्कार बचपन से ही दिया था। वहीं फर्रुखाबाद सांसद मुकेश राजपूत ने अपना उद्बोधन भारत माता की जय के साथ शुरू किया उन्होंने कहा विवाह के उपरांत राजमाता अहिल्याबाई मालवा राज्य की बहू बनी और कालांतर में राज्य की महारानी। यह मार्ग सरल न था। 29 वर्ष की आयु में वह विधवा हो गई फिर ससुर मल्हारराव का निधन और इसके बाद इकलौते पुत्र मालेराव की असामयिक मृत्यु – यह सारे आघात अहिल्याबाई पर एक के बाद एक टूटे, परंतु उन्होंने दुर्बलता नहीं बल्कि दायित्व का आवाहन समझा। लेकिन उनके इतिहास को दबाकर रखा गया लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने उनके अच्छे कार्यों को उजागर किया। मुगलिया शासन काल में तोड़े गए 12 हज़ार मंदिरों को खंडित कर दिया। राजमाता अहिल्याबाई होल्कर ने उन 12 हज़ार मंदिरों को दोबारा बनवाया। बुरे लोगों को सही रास्ता दिखाया, धर्मशालाएं बनवाई, घाट बनवाए, पानी के कुएं बनवाए, भूखो के लिए खाने की व्यवस्था की। उनकी महानता गिनाई नहीं जा सकती। और आज ऐसी ही व्यवस्था मोदी शासन काल में हो रही है। मंदिरों का निर्माण हो रहा है लेकिन सपा बसपा काल में ऐसा नहीं हुआ। वही कार्यक्रम की आयोजक डॉ मिथिलेश अग्रवाल ने कहा कि राजमाता अहिल्याबाई होल्कर का नाम इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज है। हम जिस पर गर्व कर सकते हैं उन्होंने ऐसा स्थान दिया। वह 70 वर्ष जी और उन्होंने इतिहास रच दिया। शिव जी के मंदिर बनवाए बिना शिव की पूजा किए भोजन ग्रहण नहीं करती थी। नये मंदिरों की स्थापना करवाई। डॉ अग्रवाल ने बहनों से आग्रह किया कि अहिल्याबाई की तरह आप लोग भी अच्छे कार्य करें और समाज में अपना नाम रोशन करें। सम्मेलन का संचालन अवनीश चतुर्वेदी ने किया।
इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष फतेहचंद्र वर्मा, चेयरमैन डॉ शरद गंगवार, पूर्व विधायक अमर सिंह खटिक, पूर्व जिलाध्यक्ष रुपेश गुप्ता, पूर्व चेयरमैन सुनील चक, नवनीत पाल, आशीष गुप्ता, अमर गुप्ता, महेंद्र राजपूत, हसनैन भाई, रिषी पाल, लालाराम शाक्य, मुन्ना लाल गुप्ता, नितिन गंगवार रेनू त्रिपाठी, प्रियंका दीक्षित आदि सम्मानित लोग मौजूद रहें।

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