फिरोजाबाद।
नगर निगम में सोमवार को पार्षद एकता मंच के पदाधिकारियों ने विभिन्न समस्याओं को लेकर कार्यालय परिसर में ज्ञापन सौंपा। समस्याओं का समाधान न होने पर धरने की चेतावनी दी। पार्षदों ने नगर निगम में टेंडर के नाम पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया।
पार्षद एकता मंच के पदाधिकारी सोमवार को नगर निगम कार्यालय पहुंचे। जहां नगरायुक्त की अनुपस्थिति में उन्होंने कार्यालय में विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। जिसमें पार्षदों ने संयुक्त रूप से कहा कि जहां नाले की जरूरत है। वहां नाला नहीं बनाया जा रहा है। पानी के लिए लोग परेशान हैं। जहां विकास कार्य होने चाहिए वहां विकास नहीं हो रहे हैं। सबमर्सिबल लगाने का आश्वासन दिया था लेकिन दो माह बाद भी नहीं लगाई गई है। टेंडर मैनेजमेंट किए जा रहे हैं।
पहले 30 प्रतिशत बिलो पर जाते थे। अब दो प्रतिशत तक बिलो में जा रहे है। टेंडर प्रक्रिया में केवल दो फर्म ही शामिल हो रही हैं। सरकार के पैसे का बंदरबांट हो रहा है। इसमें अधिकारियों की मिलीभगत शामिल है। टेंडर मैनेजमेंट बंद होना चाहिए। जब तक टेंडर मैनेजमेंट बंद नहीं होगा। तब तक शहर का विकास नहीं हो सकेगा। उन्होंने मेयर कामिनी राठौर के पति सुरेंद्र राठौर पर भी टेंडर मैनेजमेंट कराने का आरोप लगाया। पार्षद एकता मंच के पदाधिकारियों ने कहा कि यदि उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो मजबूरन उनके द्वारा उग्र आंदोलन और धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी नगर निगम प्रशासन की होगी। नगरायुक्त रिषी राज का कहना है कि टेंडर प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी है। कोई टेंडर मैनेज नहीं किया जा रहा है। पार्षदों की जो भी समस्याएं हैं। उनका निराकरण किया जाएगा। ज्ञापन देने वालों में पार्षद नरेश शर्मा,आशीष दिवाकर, देवेंद्र कुमार, अलीम, अकरम,शरीक सलीम उषा देवी आदि शामिल रहे।