फिरोजाबाद-
फिरोजाबाद थाना मक्खनपुर पुलिस ने एक बड़ी ठगी का खुलासा करते हुए नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले तीन शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी खुद को एजेंट बताकर उत्तर प्रदेश पुलिस और एलटी ग्रेड शिक्षक के पदों पर नौकरी दिलाने का झांसा दे रहे थे।
आरोपियों ने सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों से फर्जी विज्ञापन प्रसारित किए और नकली नियुक्ति पत्र व दस्तावेज़ दिखाकर सैकड़ों अभ्यर्थियों से मोटी रकम वसूली। ठगी का शिकार सिर्फ अभ्यर्थी ही नहीं, बल्कि उनके परिवारीजन, सगे-संबंधी और कुछ विद्यालयों का स्टाफ भी हुआ।पुलिस भर्ती के नाम पर ठगी करने वाले तीन गिरफ्तार: 24 युवाओं से ठगे थे 1.56 करोड़ रुपये
थाना मक्खनपुर क्षेत्र के अंतर्गत गांव अरमराजट्ट निवासी राकेश कुमार ने एसएसपी सौरभ दीक्षित को प्रार्थना पत्र देकर शिकायत की थी। एसएसपी के आदेश पर सीओ शिकोहाबाद प्रवीण कुमार तिवारी मामले की जांच कर रहे थे। जांच में सामने आया कि 24 युवक-युवतियों से नौकरी के नाम पर 1.56 करोड़ रुपयों की ठगी की गई है। इस मामले में पीड़ित राकेश कुमार ने पुलिस को तहरीर दी थी। जिसमें स्पष्ट किया था कि जनपद औरेया के एरवा कटरा निवासी प्रमोद कुमार के यहां उसकी रिश्तेदारी है। रिश्तेदार प्रमोद कुमार के यहां ही उसकी मुलाकात आरोपी दंपती गंगादत्त एवं उसकी पत्नी नीलम देवी से हुई थी। दंपती ने पीड़ित को अपने जाल में फंसाते हुए बताया कि उनकी पहुंच प्रमुख सचिव से लेकर पुलिस विभाग के बड़े-बड़े अधिकारियों से है। उन्होंने वहां पीड़ित को पुलिस भर्ती का विज्ञापन जिसमें 386 में से 361 पद सिपाही के थे, दिखाया।
उन्होंने पुलिस भर्ती परीक्षा में उत्तीर्ण करवाकर नौकरी दिलाने का झांसा दिया। उनकी बातों में आकर पीड़ित ने परिवार, रिश्तेदार एवं एनजीओ के स्टाफ के कुल 24 बच्चों के आवेदन फॉर्म भरवा लिए। एक वर्ष में कुल 1.56 करोड़ रुपये ठगे गए। आरोपियों ने आवेदकों को झांसी प्रशिक्षण के लिए इटावा भेज दिया। जहां आवेदकों के सामने पूरा भेद खुल गया। इस पूरे मामले की शिकायत के बाद पुलिस ने जांच-पड़ताल शुरु कर दी थी। पुलिस ने इस घटना के मुख्य आरोपी गंगादत्त सहित नीलम देवी और प्रमोद कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरु कर दी है। उन तीनों को पुलिस जेल भेज रही है।
पुलिस ने मौके से फर्जी दस्तावेज, मोबाइल फोन और ठगी से जुड़ा लेन-देन का रिकॉर्ड बरामद किया है। आरोपियों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है।
अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ने बताया कि पूरे गिरोह का नेटवर्क खंगाला जा रहा है और अन्य पीड़ितों से संपर्क किया जा रहा है।