रिपोर्ट विरेन्द्र तोमर बागपत
बागपत/ बडौत/बिनौली ब्लॉक के शहापुर बाणगंगा ग्राम पंचायत में सरकारी चारागाह भूमि पर अवैध कब्जे का मामला गरमा गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधानपति कैलाश गिरि, उनके पुत्र अमित और अन्य सहयोगियों ने पंचायत की लगभग पांच बीघा जमीन पर जबरन कब्जा कर रखा है।
ग्रामीणों के अनुसार, उक्त भूमि खसरा संख्या 136 के अंतर्गत दर्ज है, जो अभिलेखों में चारागाह (पशुओं के चरने की जमीन) के रूप में दर्ज है। इस जमीन की प्रशासन द्वारा पहले भी कई बार पैमाइश कर कब्जा हटाया गया था, लेकिन आरोप है कि इसके बावजूद ग्राम प्रधानपति के परिजन दोबारा कब्जा कर वहां फसल बो रहे हैं।
इस संबंध में गांव के मनवीर सिंह, बालेश्वर, मनोज सहित कई ग्रामीणों ने शनिवार को थाना समाधान दिवस में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि चारागाह भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।प्रशासन ने जांच का दिया आश्वासन
शिकायत मिलते ही तहसील प्रशासन और पुलिस अधिकारियों ने मौके की जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। वहीं, ग्रामीणों में इस मुद्दे को लेकर नाराजगी बनी हुई है और वे मांग कर रहे हैं कि सरकारी जमीन को सुरक्षित रखा जाए ताकि गांव की मूलभूत सुविधाओं पर किसी प्रकार का असर न पड़े।