ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट मनोज जौहरी
फर्रुखाबाद।
जनपद की कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने और भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने की दिशा में पुलिस अधीक्षक श्रीमती आरती सिंह ने बड़ा कदम उठाते हुए 19 दागी पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया। यह कार्रवाई न सिर्फ प्रशासनिक सख़्ती का परिचायक है, बल्कि भ्रष्ट तंत्र पर ईमानदार नेतृत्व का करारा तमाचा भी है। ईमानदार प्रशासन की महिला एसपी आरती सिंह मिशाल बनी। लाइन हाजिर किए गए पुलिसकर्मियों में कोतवाली कायमगंज के सिपाही सिद्धु सिंह, थाना शमसाबाद के आशु देओल, थाना कंपिल के शोभित चौहान, सिपाही मुन्नेद्र, दीवान सुनील पटेल, थाना नवाबगंज के अमरीप यादव और राजकुमार, चालक कृष्णपाल, तथा सिपाही रिंकू सिंह शामिल हैं। इसके अलावा थाना कादरी गेट के सिपाही मंजीत सिंह व कपिल कुमार, कोतवाली फर्रुखाबाद के प्रशांत व विजय जोशी, थाना जहानगंज के चालक अमलेश, थाना कमालगंज के संजय सिंह व जयवेद्र, कोतवाली फतेहगढ़ के राहुल माहौर, कार्यालय वाचक दीवान जूली शर्मा और सिपाही मनोज कुमार को भी लाइन हाजिर किया गया है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक इन सभी पर भ्रष्टाचार व कर्तव्यहीनता जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। पुलिस अधीक्षक आरती सिंह की यह कड़ी कार्रवाई बताती है कि अब फर्रुखाबाद पुलिस में भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जनता को एक ईमानदार और जवाबदेह पुलिस देने की दिशा में यह कदम ऐतिहासिक और प्रशंसनीय है। महिला आईपीएस की यह पहल न केवल पुलिस विभाग बल्कि पूरे जिले के लिए ईमानदारी का अनुकरणीय उदाहरण है।