तीन दिन में प्रशासन ने शोभायात्रा निकालने की अनुमति नहीं दी, तो लखनऊ में करेंगे आमरण अनशन-मनोज शंखवार

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2024-11-09 | 17:42h
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2024-11-09 | 17:42h
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Jamal Ali Khan
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रिपोर्ट सौरभ अग्रवाल।

फिरोजाबाद। परंपरागत ढंग से नगर में प्रतिवर्ष निकलने वाली वीरांगना झलकारी बाई शोभायात्रा को राजनीतिक दबाव के चलते प्रशासन अनुमति नहीं दे रहा है। उक्त विचार वीरांगना झलकारी बाई शोभायात्रा समिति पंजीकृत के अध्यक्ष मनोज शंखवार ने शिवम रेस्टोरेंट में समिति के पदाधिकारियों के संग प्रेसवार्ता के दौरान व्यक्त किये।
उन्होंने कहा कि वीरांगना झलकारी बाई शोभायात्रा समिति लंबे समय से नगर में शोभायात्रा निकालती चली आ रही है। सन् 2018 में इस समिति का विधिवत पंजीकरण उप निबंधक फर्म सोसाइटी एवं चिट्स आगरा मंडल आगरा के द्वारा कराया जा चुका है। वर्ष 2023 में समिति के चुनाव में मनोज शंखवार पार्षद को अध्यक्ष चुना गया। चुनाव के बाद उप निबंधक ने मनोज शंखवार पार्षद की समिति का चुनाव सही मानते उसे नवीनीकृत कर पदाधिकारी की सूची को सत्यापित कर मान्यता प्रदान कर दी है। हमारे द्वारा नगर मजिस्ट्रेट को शोभायात्रा निकालने की अनुमति हेतु प्रार्थना पत्र देने के उपरांत थाना प्रभारी उत्तर के द्वारा शोभा यात्रा निकालने हेतु प्रबल संस्तुति की गई। जिसे 15 दिन बाद में राजनैतिक दबाव के चलते थाना प्रभारी ने स्वयं निरस्त कर दिया। तत्पश्चात जिलाधिकारी के माध्यम से नगर मजिस्ट्रेट को फिर से प्रत्यावेदन दिया गया। जिस पर उन्होंने डिप्टी रजिस्टार आगरा से जांच कराई। सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा कराई गई जांच में भी हमारी समिति ही वैध पाई गई, फिर भी भाजपा महानगर के एक आला पदाधिकारी के दबाव में समिति को शोभायात्रा निकालने की अनुमति नहीं देकर संविधान की हत्या कर रहा है। जबकि फर्जी समिति के अध्यक्ष बाबूराम निशंक, महामंत्री अजब सिंह शंखवार, कोषाध्यक्ष दिनेश शंखवार के द्वारा मेरी समिति के नाम का फर्जी लेटर पैड एवं फर्जी रसीद बुक छापकर धोखाधड़ी करके लाखों रुपया चंदा कर लिया हैं। मैंने ऐसे फर्जी पदाधिकारी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के द्वारा संबंधित थाना में तहरीर दी है, लेकिन राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते उक्त लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत नहीं किया जा रहा है। मनोज शंखवार ने कहा कि यदि तीन दिन के अंदर शोभायात्रा निकालने की अनुमति प्रदान नहीं की गई, तो लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास पर आमरण अनशन करने को विवश होना पड़ेगा। इसके साथ ही माननीय उच्च न्यायालय की शरण में भी जाऊंगा। जिसकी सारी जिम्मेदारी पुलिस और प्रशासन की होगी। प्रेसवार्ता के दौरान पूर्व पार्षद हेतसिंह शंखवार, पूर्व पार्षद प्रेमचन्द्र शंखवार, रामकुमार शंखवार, विनोद शंखवार, सुनील शंखवार एल.आई.सी., सुनील कुमार, विपिन शंखवार, शीलेन्द्र शंखवार, अमित शंखवार, कोमल शंखवार, सहदेव शंखवार, लक्ष्मण कुमार आदि मौजूद रहे।

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