सीओ की जांच में हुआ खुलासा। दोस्त के परिवार को दहेज उत्पीड़न मुकदमे से बचाने के लिए झूठी लिखवाई थी दलित उत्पीड़न का मुकदमा

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पुलिस ने षडयंत्र रच कर झूठी मुकदमा लिखवाने वाले सभी पांचों आरोपियों को भेजा जेल।

(ईस्ट इंडिया टाइम्स राजेन्द्र सिंह धुआँधार)

कन्नौज। निर्दोष जेल जाते जाते बचा सीओ सदर की जांच में हुआ खुलासा षडयंत्रकारियों ने फर्जी घटना गढ़ कर और फर्जी मेडिकल रिपोर्ट बनवाकर दोस्त के ससुर समेत अन्य को फंसाने के लिए दलित उत्पीड़न की रिपोर्ट दर्ज करा दी गई। सीओ सदर ने जांच की तो पूरी पोल खुलकर सामने आ गई। पाया गया कि आरोपी पक्ष की तरफ से कथित शिकायतकर्ता पक्ष पर पहले ही दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज करा रखा था। इसी प्रकरण को वापस लेने का दबाव बनाने के लिए एक अनुसूचित जाति के व्यक्ति से रिपोर्ट दर्ज करा दी गई। इसमें झोलाछाप को शामिल करते हुए फर्जी मेडिकल भी बनवाया गया। प्रकरण में पांच आरोपियों के खिलाफ चार्ज शीट दाखिल करने के साथ जेल भेजने की कार्रवाई की गई है।
पुलिस क्षेत्राधिकारी सदर कमलेश कुमार ने बताया कि संजू कठेरिया पुत्र सतीश कुमार कठेरिया निवासी सदर कोतवाली के मोहल्ला दीदारगंज, हाल पता नगर कोटि कालोनी की तहरीर पर कोतवाली कन्नौज में धारा 118 (1) /126 (2)/115 (2) /352/351 (2) बीएनएस व 3(1) द एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया था। इसकी विवेचना की तो पाया कि प्रथम सूचना रिपोर्ट में नामित आरोपी मोहम्मद दीन पुत्र नसरुद्दीन निवासी काईमऊ थाना सांडी जनपद हरदोई ने अपनी पुत्री महजबीन की शादी नसीब उर्फ नसीम पुत्र शरीफ, निवासी काजीपुरा, थाना व जिला कन्नौज के साथ की थी। शादी के बाद से ही नसीब और उसके परिजन महजबीन को अतिरिक्त दहेज के लिए मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगे थे। महजबीन की सूचना पर पिता उसे ले गए, जहां दोनों पक्षों में सुलह समझौता हुआ। इसके बाद भी जब नसीब पत्नी महजबीन को लेने नहीं गया तो उसने थाना सांडी में ही दहेज उत्पीड़न का मामला पंजीकृत कराया। इस मामले में समझौता के लिए नसीब के भाई मो. रहीश ने दोस्त दिग्विजय सिंह से मदद मांगी। दिग्विजय ने संजू कठेरिया से संपर्क कर उसे एससी/एसटी एक्ट की रिपोर्ट लिखवाने को मना लिया। इसके बाद संजू कठेरिया, दिग्विजय सिंह, मोहम्मद रहीश और नसीब उर्फ नसीम ने झोलाछाप डॉ. फैज आलम से मिलकर योजना बनाई। पुलिस को गुमराह करने के लिए संजू के सिर में चीरा लगाया गया। कॉल डिटेल खंगाली गई तो सभी से हुई बातचीत सामने आई। रहीश और संजू के बीच 21 सितंबर 2024 के बाद लगातार बात होती रही। इस प्रकार मिलकर साक्ष्य छिपाने और पुलिस को गुमराह कर षड्यंत्र रचा और झूठा मुकदमा दर्ज कराया गया। षड्यंत्र में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 217/248/61(2) बीएनएस की बढ़ोत्तरी करते हुए, आरोप पत्र न्यायालय में प्रेषित किया गया है। पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

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