ईस्ट इंडिया टाइम्स राजेन्द्र सिंह धुआँधार

कन्नौज। जनपद में दिल दहला देने वाली घटना सर्दी से बचने के लिये घर के कमरे में लोहे के तसले में जलाई गई आग से उड़ी चिंगारी ने बिस्तर को अपनी चपेट में ले लिया। रजाई में सो रही 11 माह की मासूम बच्ची की जलकर दर्दनाक मौत हो गई।
परिजनों को जब घटना की जानकारी मिली तो घर और गाँव में कोहराम मच गया। बताते चलें कि जनपद के कोतवाली छिबरामऊ के रम्मपुरा गांव निवासी सुरजीत पाल के घर में उपरोक्त दर्दनाक मंजर घटित हुआ। घटना के समय सुरजीत खेत पर गये हुये थे। जबकि उनकी पत्नी रागिनी अपने दो वर्षीय बेटे कृष्णा को लेकर घर से बाहर दूध लेने गई हुई थीं। घर के अन्दर मासूम बच्ची लाडो उर्फ निकिता बिस्तर पर रजाई के अन्दर अकेली सोई हुई थी। कमरे में धुआं उठता देख जब शोर सुनाई दिया। तो पड़ोस में गई मासूम बच्ची की माँ रागिनी अपने घर पर पहुंची। घर के अन्दर का नजारा देख रागिनी सहित मौके पर पहुंचे कुछ अन्य लोगों के होश उड़ गये। जब लोगों ने दरवाजा खोला तो पूरे कमरे में धुआँ भर गया था। बड़ी मुश्किल से आग बुझाई गई तब तक रजाई के अन्दर सो रही मासूम बच्ची की जलकर दर्दनाक मौत हो चुकी थी। इस बीच सुरजीत भी मौके पर पहुंच गये।
सर्दी से बचने को तसले में जलाई गई आग से निकली चिंगारी आखिर एक मासूम की कब्र बन गई। घटना के बाद अपनी बेटी की दर्दनाक मौत पर पिता सुरजीत मां रागिनी सहित अन्य का रोने बिलखने का सिलसिला जारी था। पूरे घटना क्रम में मासूम बच्ची को घर के कमरे में आग के सहारे अकेला छोड़ देने के मामले में मां बाप की लापरवाही सामने आई है। घटना की जानकारी पर प्रशासनिक अधिकारी नायब तहसीलदार छिबरामऊ रामप्रकाश, कानूनगो कौशलेंद्र, लेखपाल गजेंद्र कुमार, छिबरामऊ कोतवाली प्रभारी अजय कुमार अवस्थी आदि मौके पर पहुंच गए। फिलहाल मामले की जांच जारी है।

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