सकारात्मक सोच जीवन का आधार__अरविंद शास्त्री
रिपोर्ट विरेन्द्र तोमर।
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बागपत/ बडौत।
बरनावा मे जिला आर्य प्रतिनिधि सभा द्वारा आयोजित योग एवं चरित्र निर्माण शिविर महानंद संस्कृत महाविद्यालय बरनावा में चल रहे योग एवं प्रशिक्षण शिविर में उद्बोधन देते हुए कहा आसन और प्राणायाम योग के दो प्रमुख अंग है जिनकी सिद्ध होने पर मानव स्वस्थ होकर निरोगी रहता है एवं अपने जीवन में मिलने वाले चारों फलों की प्राप्ति करता है योग हमारे जीवन में उत्तम स्वास्थ्य के साथ-साथ उत्तम चिंतन का भी सक्रिय करता है। जिससे मनुष्य आध्यात्मिक होकर सुख और शांति स्थापित बनाने का प्रयत्न करता है।
शरीर में सर्वांग सुंदरम व्यायाम ,सूर्य नमस्कार, भूमि नमस्कार, दंड, बैठक, नियुद्धम, आसन ,प्रणायाम के साथ-साथ प्राचीन विद्धाओं का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। शिविर प्रशिक्षक आचार्य धर्मवीर आर्य अध्यक्ष राष्ट्रीय आर्य वीर दल द्वारा बच्चों को सैनिक शिक्षा संगीत एवं टार्च ड्रिल के साथ-साथ नैतिक शिक्षा का पाठ पढ़ाया। उन्होंने कहा मनुष्य जीवन में हमें स्वस्थ रहकर ज्ञान अर्जित करते हुए राष्ट्र कल्याण के लिए कार्य करना चाहिए। इस अवसर पर भाई विजय सिंह आर्य,आचार्य गुरु वचन ,देवेंद्र शास्त्री, सुबोध धामा, राहुल त्यागी, विशाल शर्मा ,रवि शास्त्री आदि उपस्थित रहे।
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