नव दम्पत्ति को संस्कारों की शिक्षा के साथ भेट किया पौधा।
रिपोर्ट वीरेंद्र तोमर/

छपरौली/बागपत/
गुजरात में रहने वाले ककौर कला निवासी नव दम्पत्ति रजत सरोहा व अपेक्षा चौधरी को विवाह के उपरान्त, आँखें द्वारा चलाये जा रहे पौधा रोपण अभियान के चरण विवाह संस्कार में पौधा रोपण संस्कार अभियान के तहत आँखें के पर्यावरण रक्षकों ने संस्कारों की शिक्षा देते हुए; पौधा भेट कर शादी की प्रत्येक वर्षगांठ पर पौधा रोपण करने का संकल्प दिलाया। स्थाई रूप से गुजरात में रहने वाले पुष्पेन्द्र व सुधा ने अपने गाँव ककौर कला पहुँचकर अपनों के बीच पुत्र की शादी करके एक मिसाल कायम करते हुए लोगों को प्रेरित किया है।
गुजरात निवासी पुष्पेन्द्र सरोहा व सुधा चौधरी की प्रशंसा करते हुए समाजिक संस्था आँखें मिडिया सोशल नेटवर्क के डायरेक्टर समाजसेवी आर०आर०डी० उपाध्याय ने कहा संस्कारों के बिना व्यक्ति का जीवन श्रृंगारविहीन दुल्हन की तरह है। पर्यावरण के प्रति जागरूकता हमारी आवश्यकता ही नहीं बल्कि मानवता भी है; जो मज़हब व मत-मतान्तर से कहीं ऊपर है। अनंगपाल आर्य ने कहा कि हम प्रकृति से बहुत कुछ लेते है लेकिन विचारणीय है कि हमने प्रकृति को दिया क्या है? पेड़ पौधों के रोपण व संरक्षण के बहाने हम प्रकृति को कुछ लौटाने का प्रयास करे।
इस अवसर पर सुधा, अरुणा, दिशा, सुधीर खोखर, पुष्पेन्द्र सरोहा, रविकुमार एडवोकेट, अमित कुमार हुड्डा, योगेन्द्र कुमार सरोहा, रविकुमार उपाध्याय, उत्सव, चिराग, डॉ० रामकुमार, आर०आर०डी० उपाध्याय, अंकित उपाध्याय, आदि उपस्थित रहे।
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