ईस्ट इंडिया टाइम्स ब्यूरोचीफ ताहिर कुरैशी

मथुरा 15 अप्रैल/ पोषण पखवाड़ा के अन्तर्गत तहसील सदर के सभागार में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। राज्य महिला आयोग की मा0 अध्यक्षा डॉ0 बबीता सिंह चौहान जी कार्यक्रम की मुख्य अतिथि रहीं। मा0 अध्यक्षा जी ने अपने संबोधन में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी सक्षम हैं, लेकिन अन्य महिलाएं जो कमज़ोर हैं, कम पढ़ी लिखी है, जिन का शोषण हो रहा है, उन्हें उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करें तथा उनकी मदद करें, जिससे वह भी सरकार की योजनाओं का लाभ उठा सकें। उन्होंने कहा कि महिलाएं पुरुषों की तुलना में ज़्यादा संवेदनशील और सक्षम होती है, बस ज़रूरत है अपने सामर्थ्य को पहचानने की। इस अवसर पर गर्भवती महिला अनिता और ज्योति की गोद भराई तथा छह माह के दो बच्चों नितिन एवं अनुराधा का अन्नप्राशन संस्कार भी मा0 अध्यक्षा जी द्वारा किया गया।
जिला कार्यक्रम अधिकारी बुद्धि मिश्रा ने उपस्थित कार्यकर्ताओं को बताया कि 8 अप्रैल से 22 अप्रैल तक चलने वाले पोषण पखवाड़े के मुख्य चार उद्देश्य हैं। जीवन के प्रथम 1000 दिवस पर विशेष ध्यान केंद्रित करना, बच्चों में बढ़ते मोटापे की समस्या पर आम जनता को जागरुक करना, अति कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार हेतु सी0एम0ए0एम0 मॉडल को लोकप्रिय बनाना तथा पोषण ट्रैकर ऐप पर लाभार्थी द्वारा स्वयं पंजीकरण के बारे में लोगों को जानकारी देना।
उपस्थित कार्यकर्ताओं को बताया गया कि पोषण पखवाड़े के अंतर्गत सभी लाभार्थियों के घर जाकर कुपोषण से संबंधित सभी पहलुओं पर विस्तार से जानकारी दें, जिससे कुपोषण से होने वाली समस्याओं के संबंध में माता-पिता जागरूक बन सकें। माता-पिता के स्वयं जागरूक होने पर कुपोषण में कमी आएगी। इसी प्रकार कोई भी व्यक्ति स्वयं अपना पंजीकरण लाभार्थी के रूप में पोषण ट्रैकर पर कर सकते है।
कार्यक्रम में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट / उप जिलाधिकारी सदर निशा ग्रेवाल, डिप्टी कलेक्टर रितु सिरोही, जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास चंद्र तथा बाल विकास परियोजना अधिकारी शहर अशोक कुमार उपस्थित रहे।