रिपोर्ट राकेश गौतम

आजमगढ़
विश्व हिंदू रक्षा परिषद के अध्यक्ष गोपाल राय ने देश की शिक्षा प्रणाली में बड़े बदलाव की मांग उठाई है। उन्होंने मदरसा बोर्ड, ईसाई मिशनरी स्कूलों, आईसीएसई, सीबीएसई और सभी राज्य शिक्षा बोर्डों की मान्यता समाप्त कर अखिल भारतीय गुरुकुल परिषद की स्थापना का प्रस्ताव रखा है।

गोपाल राय ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वर्तमान शिक्षा प्रणाली भारतीय संस्कृति, परंपराओं और नैतिक मूल्यों को कमजोर कर रही है। विदेशी शिक्षा प्रणाली के प्रभाव को खत्म करना और गुरुकुल आधारित शिक्षा को पुनर्जीवित करना समय की आवश्यकता है।इसलिए मदरसा बोर्ड और ईसाई मिशनरी स्कूलों की मान्यता समाप्त की जाए क्योंकि इन संस्थानों के माध्यम से समाज में धार्मिक असंतुलन और धर्मांतरण को बढ़ावा दिया जा रहा है।साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि आईसीएसई,सीबीएसई सहित तमाम स्टेट बोर्ड्स की मान्यता रद्द किया जाना चाहिए क्योंकि कि ये सारे बोर्ड्स भारतीय शिक्षा प्रणाली के मूल्यों के बजाय पाश्चात्य प्रभाव को बढ़ावा देते हैं, जो देश की संस्कृति के लिए हानिकारक है।

श्री राय ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि इन सारे शैक्षणिक बोर्ड्स की मान्यता खत्म करके अखिल भारतीय गुरुकुल परिषद का गठन किया जाए जो कि विद्यालयों में वेद,उपनिषद,विज्ञान सहित भारतीय परंपराओं पर आधारित शिक्षा देने का नीति निर्धारण करेगी।यह अखिल भारतीय गुरुकुल परिषद नैतिक और सांस्कृतिक मूल्यों को प्राथमिकता देकर भारतीय युवाओं को नई दिशा देगी। गोपाल राय ने इस मांग को लेकर जल्द ही पूरे देश में पदयात्रा शुरू करने की बात कही। उन्होंने कहा कि यह यात्रा लोगों को भारतीय शिक्षा व्यवस्था के महत्व को समझाने और गुरुकुल शिक्षा प्रणाली के लिए समर्थन जुटाने के उद्देश्य से की जाएगी।

राय ने स्पष्ट किया कि अगर सरकार ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया, तो वे देशव्यापी आंदोलन करेंगे। उनका कहना है कि यह केवल शिक्षा का मुद्दा नहीं, बल्कि भारतीय पहचान और संस्कृति को बचाने का सवाल है। आइए सुनते है कि विश्व हिंदू रक्षा परिषद के अध्यक्ष गोपाल राय ने क्या कुछ कहा l

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *