सरकारी ऑफिस में प्राइवेट कर्मचारी क्यों।

सिंगरौली,मुख्यालय बैढ़न जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय से चंद कदमों की दूरी पर भ्रष्टाचार चरम सीमा पर जमीन रजिस्ट्री ऑफिस में पदस्थ हमेशा विवादों में रहने वाले रजिस्टार साहब अशोक सिंह परिहार के ऊपर आए दिन घुस लेने का आरोप लगाता हैं,कई वर्षों से जमे हुए एक ही जिले में कहीं ना कहीं यह दर्शाता है कि किसी के संरक्षण के बगैर जिले में मलाई नहीं काट सकते। ऐसा ही एक मामला ताज देखने को मिला है कचनी निवासी भूस्वामी ज्ञानमती विश्वकर्मा पति राम सुभग विश्वकर्मा जमीन नंबर 1394 /3 रकवा को क्रेता उमा देवी पति संतोष सोनी निवासी रिवा को बेच रहे थे। दोनों पक्ष द्वारा खरीद बिक्री कर रहे थे लेकिन रजिस्टर साहब को यह लेनदेन भाया नहीं उनके गुर्गों द्वारा 6 लाख रुपए का मांग किया गया विक्रेता द्वारा कुछ राशि दिया गया लेकिन रजिस्टार साहब को तो चाहिए था मोटी रकम। लेकिन रजिस्टार साहब ने कहा कि जमीन की खरीद बिक्री के मालिक हमारे लोग हैं जो चाहेंगे वही होगा जिसके चलते दोनों पक्ष काफी परेशान हुए ऑफिस में ही गाली गलौज मारपीट तक का नौबत आ गया। पीड़ित द्वारा परेशान होने के बाद उच्च अधिकारियों को लिखित रूप से शिकायत किया गया लेकिन अभी तक कोई ठोस उचित कार्रवाई अशोक सिंह परिहार के ऊपर नहीं किया गया आगे यह देखना है कि क्या उच्च अधिकारियों द्वारा ऐसे करप्ट अधिकारी के ऊपर कोई ठोस या उचित कार्रवाई करते हैं या इसी तरह लोगों की गाढ़ी कमाई पर डाका डालने के लिए बैठे रहेंगे।