ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट सुधीर सिंह/

कायमगंज/फर्रुखाबाद/
नगर व ग्रामीण इलाके में लगातार हो रही चोरियों से नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक जनता भयभीत है। लगातार हो रही चोरियों से पुलिस पर प्रश्न चिन्ह सन्देह के घेरे में है। आखिर हो रही चोरियों का खुलासा पुलिस क्यों नहीं कर पा रही है। आखिर चोर बंद घरों को ही निशाना क्यों बना रहे हैं। बंद घरों में हो रही चोरियों से लोग परेशान है। आम नागरिक अपने मकान के मुख्य द्वार पर ताला लगा देते हैं उसके बाद भी चोरों के हौसले इतने बुलंद हैं कि दिन हो या रात में मकान का ताला तोड़ कर सिर्फ नगदी, ज्वेलरी ही चोरी करते हैँ अन्य सामान को हाथ भी नहीं लगाते है।प्रशासन और सत्ता का भय इन चोरों में बिल्कुल भी नहीं रह गया है। आखिर पुलिस प्रशासन अपनी हनक का इस्तेमाल क्यों नहीं कर पा रहा है पुलिस की हनक से ही आधे से ज्यादा केस सुलझाए जाते है। आज की तकनीक के जमाने में पुलिस पीछे क्यों है। लगभग बीस वर्ष पहले पुलिस किस आधार पर केस को सुलझाया करती थी। नगर से लेकर ग्रामीण इलाकों में पुलिस सीसीटीवी कैमरे पहले देखती है उसके बाद कानूनी करवाई चालू करती है। अगर सीसी टीवी फुटेज नहीं मिलते हैं तो पुलिस असहाय बनकर खड़ी हो जाती है। नगर की जनता समझ नहीं पा रही है कि चोरों की सत्ता चल रही है या पुलिस की हनक । कुछ दिन पहले एक चोरी की घटना कटरा रहमत खां में, दूसरी घटना अताईपुर में, तीसरी घटना कंपिल थाना क्षेत्र में, चौथी घटना नई बस्ती में, पांचवीं घटना कम्पिल थाना क्षेत्र में मंदिर से घंटे चोरी। चोरों ने भगवान को भी नहीं बक्शा उन के घर मे भी चोरी की घटना को अंजाम दे दिया। जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की सख्ती के बावजूद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। क्या चोरियों पर लगाम लगा पाएगी पुलिस… क्षेत्र में ये एक चर्चा का विषय बना हुआ है। सूत्रो के हवाले से खबर ये भी है कि चोरियों का मुख्य कारण नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों मे अवैध कारोबार जैसे सट्टा, जुआ तथा अन्य कई कारण भी हो सकते हैं।
