फिरोजाबाद ।

महिला उत्पीड़न की रोकथाम व महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाए जाने हेतु राज्य महिला आयोग की सदस्या रेनू गौड़ ने कलेक्ट्रेट सभागार कक्ष में महिला उत्पीड़न की घटनाओं की समीक्षा व पीड़ित महिलाओं की जन सुनवाई की। जिसमें, 13 शिकायतें प्राप्त हुई। जो, ज्यादातर पुलिस विभाग से सम्बन्धित थी। दूर दराज से आईं महिलाओं ने महिला आयोग की सदस्या के समक्ष अपनी पीड़ा व्यक्त की। जिसे गंभीरता से लेते हुए उन्होंने, तत्काल कार्यवाही करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। पुलिस द्वारा महिला जनसुनवाई में यथोचित कार्रवाई न किए जाने और दो दिन पूर्व प्रोटोकॉल जारी होने के बाद भी जिला कार्यक्रम अधिकारी के सभागार में न पहुंचने पर महिला आयोग की सदस्या खासी नाराज दिखाई दी।
महिला जन सुनवाई के दौरान राज्य महिला आयोग की सदस्या रेनू गौड़ से एक पीड़िता ने शिकायत की, की एक व्यक्ति ने उनसे 3 लाख रुपए ले लिए हैं। जो, अब वापस नहीं कर रहा है। उन्होंने, तत्काल थाना प्रभारी उत्तर को आवश्यक कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए।
इसी तरह एक पीड़िता ने आरोप लगाया कि, उसके साथ दबंगों ने मिलकर गलत कार्य किया है, लेकिन उसको अभी तक न्याय नहीं मिल पा रहा है। महिला आयोग की सदस्या ने इस पर पुलिस क्षेत्राधिकारी को तत्काल कार्रवाई करने व की गई कार्यवाही से उन्हें भी अवगत कराने के निर्देश दिए।
महिला आयोग की सदस्या ने रेनू गौड़ ने कहा कि, महिलाओं के लिए अनेक प्रकार की योजनाएं संचालित की जा रही है, संबंधित अधिकारियों के पास जाकर उनको इन योजनाओं का लाभ लेना चाहिए। अगर इसमें किसी भी प्रकार की समस्याएं आती है तो, इसको तुरंत मेरे संज्ञान में लाया जाए। जिससे, यथोचित कार्रवाई की जा सके। साथ ही साथ उन्होंने कहा कि, वन स्टॉप सेंटर की भूमिका पीड़ित महिलाओं के उत्थान में महति है, इसलिए यहां पर समस्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं।
जनसुनवाई के दौरान, महिलाओं से संबंधित कुल 13 मामले आए, जिसमें से आधे का समाधान कर दिया गया। ज्यादातर मामले पुलिस विभाग से संबंधित थे। उन्होंने, उपस्थित पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए की, थाना चौकी में आने वाली पीड़िताओं की सबसे पहले सुनवाई की जाए।
जनसुनवाई के दौरान जिला प्रोबेशन अधिकारी मिथलेश कुमार सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आशीष पाण्डेय, संरक्षण अधिकारी अपर्णा कुलश्रेष्ठ सहित संबंधित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।