आज़मगढ़-



आजमगढ़ जनपद के अजमतगढ़ ब्लॉक के बासूपार बनकट ग्राम सभा में शिक्षा के क्षेत्र में एक मिसाल कायम हुई है। ग्राम प्रधान पति अब्दुल वहाब के नेतृत्व में गांव के प्राथमिक विद्यालय का कायाकल्प कर उसे प्रदेश के सबसे हाईटेक स्कूलों में शुमार किया गया है।
हाईटेक सुविधाओं से लैस स्कूल
इस प्राथमिक विद्यालय में अब बच्चों को अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ शिक्षा प्राप्त होगी। स्कूल में लगाए गए सीसीटीवी कैमरे, एसी क्लासरूम, डिजिटल लाइब्रेरी, वाई-फाई, डिजिटल फैन, और प्रोजेक्टर आधारित पढ़ाई ने इसे मॉडल स्कूल की श्रेणी में ला खड़ा किया है। इसके साथ ही, बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले, स्वच्छ और आकर्षक रसोई घर, एवं साफ-सुथरा वातावरण उपलब्ध कराया गया है।
उद्घाटन समारोह में दिखा उत्साह
24 जुलाई को गुरुवार सुबह 11 बजे विद्यालय का उद्घाटन ब्लॉक प्रमुख मनीष मिश्रा द्वारा फीता काटकर किया गया। उन्होंने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि,
“उत्तर प्रदेश सरकार का लक्ष्य है कि राज्य के सभी प्राथमिक विद्यालयों को आधुनिक और डिजिटल बनाया जाए। मैं सभी ग्राम प्रधानों से अपील करता हूं कि वे अपने-अपने ग्राम सभा के स्कूलों को इसी तरह हाईटेक बनाने की दिशा में कार्य करें।”
बच्चों की प्रस्तुति ने बांधा समां
उद्घाटन कार्यक्रम में स्कूल के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए, जिसमें सरस्वती वंदना, स्वागत गीत, लोकगीत, और जागरूकता से जुड़ा नाटक प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहे। कार्यक्रम ने उपस्थित लोगों को भावविभोर कर दिया।
भव्य प्रीतिभोज और जन सहभागिता
समारोह के बाद प्रीतिभोज का आयोजन किया गया जिसमें स्थानीय जनता, जनप्रतिनिधि और विशिष्ट अतिथियों ने भाग लिया और ग्राम प्रधान के कार्यों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की।
मुख्य अतिथि और विशिष्ट जनों की उपस्थिति
इस अवसर पर प्रमुख लोगों में शामिल रहे:
संतोष सिंह टीपू, पूर्व प्रत्याशी विधानसभा सगड़ी
हाजी शौकत अली महोली, प्रदेश अध्यक्ष AIMIM
आसिफ उर्फ सल्लू, वरिष्ठ नेता AIMIM
उपेंद्र कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक
राजीव पाठक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी
जितेंद्र कुमार मिश्रा, खंड विकास अधिकारी अजमतगढ़
सुभाष चंद्र शर्मा, सहायक विकास अधिकारी पंचायत
गरिमा मिश्रा, ग्राम सचिव
क्षेत्र के अन्य गणमान्य नागरिक एवं ग्रामीणजन
यह विद्यालय अब पूरे क्षेत्र के लिए एक प्रेरणा बन गया है कि सीमित संसाधनों में भी इच्छा शक्ति और सकारात्मक सोच के साथ शिक्षा को नई ऊंचाई दी जा सकती है।