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कड़ी सुरक्षा में निकाली गई धम्म यात्रा

, ईस्ट इंडिया टाइम्स मनोज जौहरी के साथ सुधीर कुमार।

संकिसा /फर्रुखाबाद।बुद्ध महोत्सव के शुभ अवसर पर आज सुबह धम्मा लोंको बुद्ध विहार से धम्म यात्रा कड़ी सुरक्षा में निकाली गई। भिक्षु डॉ धम्मपाल महाथैरो ने झांकी पर सजाई गई भगवान बुद्ध की प्रतिमा के सामने मोमबत्ती व अगरबत्ती जलाकर पूजन किया। भाजपा विधायक सुशील शाक्य के न पहुंचने पर महोत्सव के आयोजक कर्मवीर शाक्य ने पंचशील ध्वज लहराकर सात बजे धम्म यात्रा को रवाना किया। पंचशील ध्वजों को लहराते हुए बौद्ध अनुयाई स्तूप की ओर रवाना हुए।इस दौरान बौद्धों ने जब तक सूरज चांद रहेगा बौद्ध धर्म का नाम रहेगा, 1,2,3,4 बौद्ध धर्म की जय जय कार, बौद्ध धर्म की क्या पहचान मानव मानव एक समान आदि के जोरदार नारे लगाए। यात्रा के आगे एसडीएम सदर एवं सीओ के नेतृत्व में भारी पुलिस बल रवाना हुआ। सुरक्षा के लिए संकिसा गांव में बेरीकेटिंग लगाकर पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। स्तूप परिसर का गेट बंद होने के कारण वहां हजारों स्त्री पुरुष व बच्चे पूजन के लिए मौजूद थे। सुबह 7.27 बजे अपर पुलिस अधीक्षक डॉक्टर संजय सिंह स्तूप परिसर का मुख्य गेट खुलवाया। तभी मौजूद लोगों में अंदर घुसने के लिए जोर अजमाइश की गई। गेट से ही सकरे रास्ते के दोनों और बेरीकेटिंग होने के कारण आगे बढ़ाने में दिक्कतें हुई। थोड़ी देर बाद ही धम्म यात्रा प्रवेश कर गई। पुलिस कर्मियों ने धर्म यात्रियों को तेजी से चलने को कहा। स्तूप का पहला चक्कर लगाते ही धम्म यात्रियों को वृक्षों वाले मैदान में जाने को कहा गया। स्तूप के किनारे बेरी कटिंग एवं परिक्रमा के निर्माण के कारण भिक्षुओ एवं उपासकों को पूजा अर्चना करने में काफी परेशानी हुई। भंते डा धम्मपाल महाथैरो आदि भिक्षुओं के नेतृत्व में बुद्ध समर्थकों ने स्तूप की परिक्रमा की। ताला मेरापुर के दबंग दरोगा ने दरोगा रवि सोलंकी ने मीडिया कर्मियों को पूजा कार्यक्रम के फोटो खींचने से रोक दिया। दरोगा ने वीडियो कर्मियों को वहां से हटकर राइफल धारी सिपाही गुलशन ध्रुव व महिला सिपाही सनीलम को तैनात कर दिया। उपासकों के पूजन कार्यक्रम में बाधा डाली गई उन्हें अगरबत्ती लगाकर हटने को कहा गया। अव्यवस्था के बावजूद भिक्षुओं ने पूजन कार्यक्रम की औपचारिकता निभाई। जगह के अभाव के कारण अनेकों उपासक पूजा नहीं कर सके और मजबूरी में खड़े रहे। अव्यवस्था के कारण ही पत्रकार भी भिक्षुओं के पूजन का बेहतर फोटो नहीं खींच सके। कर्मवीर शाक्य के द्वारा अनावश्यक टिप्पणी किए जाने के कारण भंते नाग सेन ने जब जवाब देने का प्रयास किया तब डॉक्टर धम्मपाल महाथैरों ने समझाकर नाग सेन को खामोश रहने पर मजबूर कर दिया। सपा विधायक बाबू सिंह कुशवाहा भी समर्थकों के साथ पूजन करने पहुंचे। उन्होंने स्तूप पर पुष्प अर्पित कर पूजन की रस्म अदायगी की। पूजन कार्यक्रम में बोधि पुस्तकालय एवं महासमता बुद्ध विहार के अध्यक्ष भंते चेतसिक बोधि व बाईवीएस सेंटर के अध्यक्ष सुरेश बौद्ध शामिल नहीं हुए। जो प्रतिवर्ष स्तूप पूजन के कार्यक्रम में शामिल होते थे। जिलाधिकारी ने आयोजक को 10 बजे तक स्तूप परिसर खाली करने की हिदायत दी थी। उससे पूर्व ही करीब 9.30 बजे पूजन कार्यक्रम खत्म हो गया। करीब 10.30 बजे मां विसारी देवी समिति के अतुल दीक्षित करीब आधा सैकड़ा साथियों के साथ पहुंचे। पांच लोगों ने स्तूप के ऊपर जाकर पूजन किया और खीर पूरी वितरित की। घर से निकलने पर रोक लगाने के लिए अतुल दीक्षित के आवास पर फोर्स तैनात की गई थी।जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने कार्यक्रम का जायजा लिया। कार्यक्रम सकुशल संपन्न हो जाने पर अधिकारियों ने राहत महसूस की। भंते चेतसिक बोधि ने बताया की अस्वस्थ होने के कारण वह पूजन कर कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके।

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