फिरोजाबाद ।


जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की खामोशी के कारण उत्तर प्रदेश के जनपद फिरोजाबाद में विद्युत विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों का आतंक चरम सीमा पर पहुंच चुका है। हालात यहां तक पहुंच चुके हैं कि, एक तरफ विद्युत विभाग बड़े स्तर पर जगह जगह स्वयं विद्युत चोरी करा रहा है और दूसरी तरफ ईमानदारी का ढिंढोरा पीटते हुए बकाया विद्युत बिल की शेष राशि वसूली करने के नाम पर भवन के बाहर लगा हुआ मीटर उखाड़कर ले जाने के बाद संबन्धित थाने में विद्युत चोरी का मुकद्दमा लिखवाकर विद्युत उपभोक्ताओं का सामाजिक, आर्थिक, मानसिक व शारीरिक उत्पीड़न व शोषण का खौफ दिखाकर मनमानी अवैध वसूली किए जाने का खेल विगत कई वर्षों से खेलता चला आ रहा है। इस खेल का खुलासा उस समय हुआ जब, विभागीय अधिकारियों के षडयंत्र का शिकार बनी एक विधवा महिला की जान यह सब देख और सुनकर सदमे के कारण चली गई।
मामला जनपद के थाना उत्तर क्षेत्रांतर्गत नगला करनसिंह का है। जहां, महज 1100 रूपये के बकाए पर विद्युत विभाग से जुड़े कर्मचारियों ने एक विधवा महिला से जमकर अभद्रता करते हुए मीटर उखाड़कर ले जाने और रिपोर्ट दर्ज कराने की धमकी तक दे डाली। लाचार बेबस और वक्त की मारी विधवा महिला ने बहुत ही अनुनय विनय करते हुए कर्मचारियों से मीटर न उखाड़ने की गुहार लगाई। लेकिन, विद्युत कर्मियों ने हठधर्मिता दिखाते हुए जबरन मीटर उखाड़ लिया और अपने साथ ले गए। जिससे, सदमे में आकर भवन स्वामी विधवा महिला अचेत होकर जमीन पर गिर पड़ी। जिसे आनन फानन में उपचार के लिए आगरा के जिला अस्पताल में लाया गया। जहां, चिकित्सकों ने महिला को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को पंचनामा भरते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
क्षेत्रवासियों के अनुसार, पुरुषोत्तम बिहार विद्युत फीडर थाना उत्तर के क्षेत्र नगला करनसिंह में रहने वाली इकतालीस वर्षीय महिला प्रेमलता के पति सोनेलाल की मृत्यु कुछ ही समय पूर्व हो चुकी है। पति की मौत के बाद वह चूड़ी जुड़ाई करते हुए किसी तरह से अपने पांच बच्चों का भरण-पोषण कर बड़ी मुश्किल से जीवन यापन रही थी। आर्थिक रूप से कमजोर होने व रुपयों का इंतजाम न हो पाने के कारण वह विगत दो का बकाया विद्युत बिल जमा नहीं कर पाई थी। जिसे जमा कराने के लिए शनिवार को पुरुषोत्तम बिहार विद्युत फीडर से कुछ कर्मचारी उनके घर पहुंचे और इंसानियत की सभी हदें पार करते हुए विधवा के साथ जमकर अभद्रता की। उसके बाद भी विधवा महिला उनके सामने हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाती रही और कर्मचारियों से कुछ दिन की मोहलत मांगती रही। लेकिन, सुनवाईनिर्दयी कर्मचारियों ने महिला की एक न सुनी, अपनी जिद पर अड़े रहे और उसके मकान से मीटर उखाड़कर अपने साथ ले गए। प्रतिष्ठा को दांव पर लगती देख महिला बिलखते-बिलखते अचानक से अचेत होकर जमीन पर गिर पड़ी। हालत गंभीर होने की वजह से महिला को आगरा रेफर कर दिया गया। जहां, उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया।