पैनल चर्चा में उठे सामाजिक जीवन, पारिवारिक संतुलन और व्यावसायीकरण जैसे अहम मुद्दे

फिरोजाबाद। डॉक्टर्स डे के अवसर पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े अहम मुद्दों को लेकर एक विशेष पैनल चर्चा का आयोजन किया गया। जिसमें, विशेषज्ञों ने विभिन्न ज्वलंत मुद्दों पर विचार साझा किए। कार्यक्रम का संचालन डॉ. गरिमा, डॉ. एम.सी. गुप्ता, डॉ. रेनू गुप्ता और डॉ. शिखा जैन ने किया। पैनल में आईएमए अध्यक्ष डॉ पूनम अग्रवाल संग डाॅ रचना जैन व डा सारिका ने डॉक्टर्स के सामाजिक जीवन, पारिवारिक संतुलन, डॉक्टर और मरीज के बीच विश्वास तथा मेडिकल प्रैक्टिस के बढ़ते व्यावसायीकरण जैसे मुद्दों पर खुलकर चर्चा की।
‘स्वास्थ्य व्यवस्था में डॉक्टरों की नेतृत्व भूमिका’ विषय पर डॉ. विनोद अग्रवाल और डॉ. अविनाश पालीवाल ने अपने विचार प्रस्तुत किए। ‘चिकित्सा पेशे में कार्य और जीवन के संतुलन’ पर डॉ. प्रतिभा मित्तल ने सारगर्भित बातें रखीं। ‘चिकित्सकों के बीच सहयोग की संस्कृति’ विषय पर डॉ. रमा शंकर सिंह ने चर्चा की।
“आधुनिक युग में डॉक्टर-पेशेंट विश्वास की पुनर्स्थापना” विषय पर डॉ. गणेश शर्मा और डॉ. प्रेरणा अग्रवाल ने विचार व्यक्त किए। वहीं ‘व्यावसायिकता बनाम सहानुभूति आधारित देखभाल’ विषय पर डॉ. जे.पी. बंसल, डॉ. अविनाश आगोर एवं डॉ. पर्व मित्तल ने अपने मत रखे।
डॉक्टर्स ने यह भी स्वीकार किया कि समाज में बढ़ते अविश्वास और चिकित्सा के व्यवसायिक रंग को संतुलित करने की दिशा में कदम उठाने की जरूरत है। कार्यक्रम का उद्देश्य डॉक्टरों और आमजन के बीच संवाद की खाई को पाटना और चिकित्सा पेशे को मानवीय दृष्टिकोण से समझना था।
सीएमओ डॉ राम बदन राम, मेडिकल कॉलेज प्रिंसीपल योगेश गोयल, सीएमएस डॉ नवीन जैन सहित शहर के प्रतिष्ठित डॉक्टरों ने हिस्सा लिया।