रिपोर्ट राजेन्द्र सिंह धुऑंधार

कन्नौज। गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र के जलालाबाद के गांव डिगसरा में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। पत्नी से बिछड़ने के गम में 28 वर्षीय अंकित राजपूत ने घर के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना बुधवार शाम की है, जिससे पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
अंकित दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करता था। मंगलवार शाम को वह दिल्ली से अपने पैतृक गांव आया था। घर लौटने के बाद उसने खाना खाकर आराम किया। बुधवार सुबह भी खाना खाने के बाद वह पास के दूसरे मकान में चला गया, जहाँ जानवर और भूसा रखा जाता है। शाम को उसने कमरे की कुंडी अंदर से बंद कर गमछे से फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।परिवार के अनुसार शाम को पिता रामनिवास ने कई बार आवाज देकर बेटे को बुलाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। घबराकर उन्होंने पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़ा तो अंदर अंकित का शव लटका हुआ मिला। पिता रामनिवास ने रोते हुए बताया कि अंकित की शादी करीब 6 साल पहले थाना इंदरगढ़ के गांव पिपरौली ढिपियन निवासी बच्चन लाल की पुत्री उमा से हुई थी। पिछले 2 वर्षों से उमा घर नहीं आई थी, जिससे अंकित मानसिक तनाव में रहने लगा था।
घटना की सूचना मिलते ही जसोदा चौकी प्रभारी राजेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने पिता की तहरीर के आधार पर कानूनी कार्रवाई करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना के समय परिवार दूसरे मकान में रह रहा था। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। ग्रामीणों ने बताया कि अंकित मिलनसार युवक था और पत्नी से बिछड़ने के बाद धीरे-धीरे टूटता गया। यह घटना मानसिक तनाव की गंभीरता और पारिवारिक टूटन का दुखद उदाहरण बन गई है। पूरे गांव में शोक और संवेदना का माहौल है। यह घटना परिवार और समाज के लिए चेतावनी है कि मानसिक स्वास्थ्य की उपेक्षा कितनी घातक हो सकती है। स्थानीय प्रशासन ने परिजनों को सांत्वना दी और मामले की जांच तेज कर दी है।