रिपोर्ट मुजीब खान

शाहजहांपुर : महानगर की दोनों नदियों में जबसे बाढ़ का पानी बड़ा वैसे वैसे नदियों में कूद कर आत्महत्या करने वालो की संख्या भी बढ़ी है हालांकि नदियों का जलस्तर तो कम हो गया है लेकिन आत्महत्या करने वालो की संख्या लगातार बढ़ रही है यदि देखा जाए पिछले 15 दिनों में सात लोग इन नदियों में कूदकर अपनी जान दे चुके है, ताजा मामला अजीजगंज स्थित गर्रा नदी पुल का है, जहां एक महिला आई और पहले अपनी चप्पलें दुपट्टा और पानी की बोतल को सीढ़ियों पर रख दिया और नदी में छलांग लगा दी प्रत्यक्षदर्शियों के द्वारा सूचना देने पर पहुंची पुलिस ने महिला की तलाश के लिए एनडीआरएफ टीम को लगा दिया जानकारी मिलने पर पता चला कि उक्त महिला कोतवाली क्षेत्र के साउथ सिटी कालोनी की निवासी मीना दीक्षित है।
मामले में पुलिस ने यह जानकारी देते हुए बताया कि पिछले 15 दिनों में यह ऐसी सातवीं घटना है। अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) देवेंद्र कुमार ने बताया कि कोतवाली थाना अंतर्गत साउथ सिटी कॉलोनी निवासी मीना दीक्षित (55) सुबह गर्रा नदी के पास आईं, अपनी चप्पलें, दुपट्टा और पानी की बोतल किनारे पर छोड़ दीं और नदी में कूद गईं।
एनडीआरएफ और पीएसी के जवानों सहित पुलिस टीमों को तलाशी अभियान के लिए तैनात किया गया है। अधिकारी ने कहा, “महिला का पता लगाने के लिए स्थानीय गोताखोरों को भी लगाया गया है।” पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, पिछले 15 दिनों में शहर में नदियों में कूदकर कुछ लोगों ने आत्महत्या कर ली।
अब तक सात लोग दे चुके है नदी में कूदकर अपनी जान
यदि देखा जाए तो पिछले 15 दिनों में मीना दीक्षित सहित अब तक सात लोग अपनी जान दे चुके है जिसमें मनिंदर (30), रिशु (26), आदित्य सक्सेना (60), मोहिनी (15), पूनम (14) और पुत्तू लाल (55) शामिल हैं। पुलिस ने अब तक तीन शव बरामद किए हैं। पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने पहले बताया था कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए गर्रा और खन्नौत नदियों पर बने पुलों पर पुलिस बल तैनात किया गया है, लेकिन आत्महत्याओं का सिलसिला थम नहीं रहा है। इन घटनाओं को लेकर इलाके में चर्चा है, फिलहाल पुलिस मामले में जुटी हुई है। सबसे अहम बात यह कि एक सप्ताह से ऊपर का समय हो जाने बाद भी अभी तक दो किशोरियों के शव बरामद नहीं हुए है ।