रिपोर्ट आदिल अमान

कायमगंज/फर्रुखाबाद
साइबर अपराधियों ने डिजिटल गिरफ्तारी कर कायमगंज के एक शिक्षक को झांसा देकर 5.50 लाख रुपये की ठगी कर ली। पीड़ित को फर्जी पुलिस अफसर बनकर व्हाट्सएप कॉल किया गया और मनी लॉन्ड्रिंग में फंसाने की धमकी देकर रुपये ट्रांसफर करा लिए गए।
जनता इंटर कॉलेज रसीदाबाद तिवरियान के शिक्षक और वर्तमान में नगर के रेलवे रोड टीचर्स कॉलोनी निवासी जयवीर सिंह के मोबाइल पर 11 अगस्त को एक संदिग्ध नंबर से फोन आया। कॉलर ने खुद को क्राइम ब्रांच मुंबई का अफसर बताते हुए आरोप लगाया कि उनके नाम और आधार से जारी सिम से हरेसमेंट, इन्लीगल मैसेज आदि करने का आरोप लगाया और कहा उसके खिलाफ रोजाना 50 से अधिक एफआईआर दर्ज हो रही हैं। इसके बाद व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल कर पुलिस अफसर के रूप में एक व्यक्ति ने उनसे बातचीत की और उन्हें पत्नी सहित डिजिटल अरेस्ट कर लिया। ठगों ने पीड़ित पर नरेश गोयल के साथ मनी लॉन्ड्रिंग करने और मुंबई के केनरा बैंक में खाता खोलकर बेचने का आरोप लगाते हुए कागजात भेजे। साथ ही आधार कार्ड दिखाने, सेल्फी व हस्ताक्षर भेजने और व्हाट्सएप पर फॉर्म भरने के लिए विवश किया। डर के माहौल में पीड़ित ने 12 अगस्त को अपने एसबीआई खाते से 2 लाख रुपये से अधिक की रकम बालोत्रा अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक, राजस्थान में ट्रांसफर की। वहीं 13 अगस्त को 3.50 लाख रुपये इंडसइंड बैंक जयपुर के खाते में आरटीजीएस के जरिए भेज दिए। इस तरह दो दिनों में कुल 5.50 लाख रुपये खाते से निकल गए। पीड़ित ने साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराने के बाद कोतवाली कायमगंज में भी तहरीर दी है। पुलिस ने संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।