रिपोर्ट आदिल अमान




कायमगंज/फर्रुखाबाद
नगर के जटवारा रोड स्थित एक सभागार में शुक्रवार देर रात आयोजित विराट कवि सम्मेलन में देशभर से आए कवियों ने अपने ओज, हास्य और मार्मिक काव्य पाठ से समां बांध दिया। भगवान राम की राजगद्दी के बाद हुए इस भव्य आयोजन में कवियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को देर रात तक बांधे रखा। मुजफ्फरनगर से आई वीर रस की कवित्री प्रीति अग्रवाल ने राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत पंक्तियां पढ़ीं लाडले तिरंगे तेरी आन, बान, शान हेतु शीश कट जाए पर शीश न झुकाएंगे। वहीं आगरा की कवित्री भूमिका जैन ने राजनीति पर तीखा कटाक्ष करते हुए कहा जिसमें खाते उसी को छेदते हैं, जिसमें रहते उसी को भेदते हैं, जिस वतन में रहते उसी की तबाही चाहते हैं, और उसी को प्यारा वतन कहते हैं। मध्य प्रदेश के जबलपुर से आए प्रख्यात शायर सूरज सहाय सूरज ने अपनी पारिवारिक शायरी से श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। उन्होंने कहा मां में एक अक्षर, एक बिंदी पर ब्रह्मांड झुकाया जा सकता है। उनके शेरों ने सभागार में गहरी संवेदना का माहौल बना दिया। वहीं अंतरराष्ट्रीय हास्य कवि शंभू शिखर ने अपने तीखे व्यंग्य और हास्य से दर्शकों को ठहाके लगाने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने राजनीति और समाज पर कटाक्ष करते हुए कहा ट्रंप भारत आएं तो लालू से मिलो, वो तुम्हें बिहारी न कर दें, जनता तुम्हें भिखारी न कर दे, योगी से मिलो वो तुम्हें ट्रंप से तिवारी न कर दे। कार्यक्रम का संचालन गीतकार कुमार मनोज ने करते हुए उन्होंने अपने भावनात्मक काव्य पाठ से माहौल को संवेदनशील बना दिया सो गया नसीब, मांग का गया सिंदूर, भाई की पढ़ाई, बाप की दवाई और बेटियों की चोटियां चली गईं। आपके लिए तो एक आदमी गया हुजूर, किंतु मेरे घर की तो रोटियां चली गईं।
कवि सम्मेलन में इटावा के कमलेश शर्मा, एटा के राजकुमार भरत और स्थानीय कवि देवेश दीक्षित ने भी अपनी रचनाओं से जमकर तालियां बटोरीं। कार्यक्रम में नगर पालिका की पूर्व अध्यक्ष डॉ. मिथलेश अग्रवाल, पूर्व विधायक अमर सिंह खटीक, नपा अध्यक्ष डॉ. शरद गंगवार, डॉ. विकास शर्मा, योगेश तिवारी, संजय गुप्ता, मनोज कौशल, अनिल गंगवार, अमित सेठ, गोपाल गुप्ता, शिवकुमार शाक्य, अभिषेक अग्रवाल, मधु गंगवार सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।