रिपोर्ट विरेंद्र तोमर बागपत

बागपत/ बागपत महिला कल्याण एवं बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के सकारात्मक परिणाम लगातार सामने आ रहे हैं। प्रमुख सचिव महिला कल्याण एवं बाल विकास सेवा पुष्टाहार, श्रीमती लीना जौहरी की गहन निगरानी और सकारात्मक निर्देशों के अंतर्गत विभाग जनपद-जनपद में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ दर्ज कर रहा है।इसी क्रम में नगर पंचायत रटोल, जनपद बागपत की नन्हीं बच्ची सनाया की सफलता की कहानी प्रेरणादायक उदाहरण पेश करती है। निर्धन परिवार से संबंध रखने वाली सनाया गंभीर कुपोषण (Severe Acute Malnutrition-SAM) से जूझ रही थी। आंगनवाड़ी केंद्र पर नियमित स्वास्थ्य जांच में बच्ची का वजन मात्र 6.7 किलोग्राम और लंबाई 67 सेंटीमीटर दर्ज की गई। बच्ची अत्यंत कमजोर थी, बार-बार बीमार पड़ रही थी और पीलिया से भी ग्रसित थी।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता (AWW), RBSK टीम एवं CDPO ने त्वरित हस्तक्षेप किया। बच्ची को 25 जुलाई 2025 को पोषण पुनर्वास केंद्र (NRC) में भर्ती कराया गया। वहाँ उसे 15 दिनों तक चिकित्सकीय देखभाल, पौष्टिक आहार और आवश्यक दवाइयाँ उपलब्ध कराई गईं। साथ ही उसकी मां को स्वच्छता, स्वास्थ्य एवं पोषण संबंधी व्यवहार परिवर्तन हेतु परामर्श और प्रशिक्षण भी दिया गया।
निरंतर देखभाल और सही पोषण के चलते मात्र 15 दिनों में सनाया का वजन 8.5 किलोग्राम और लंबाई 70 सेंटीमीटर तक पहुँच गई। अब वह स्वस्थ, सक्रिय और सामान्य विकास की राह पर अग्रसर है। इस बदलाव ने परिवार में नई उम्मीद और खुशी का संचार किया।
योजनाओं के सक्रिय क्रियान्वयन और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, CDPO एवं RBSK टीम की मेहनत का परिणाम है। उनके संयुक्त प्रयासों से एक नन्हीं जान को गंभीर कुपोषण से बाहर निकालकर स्वस्थ जीवन प्रदान किया जा सका। विशेषज्ञों का मानना है कि प्रमुख सचिव श्रीमती लीना जौहरी के मार्गदर्शन में किए जा रहे ये समर्पित प्रयास न केवल कुपोषण जैसी चुनौती पर विजय दिला रहे हैं, बल्कि नन्हें बच्चों को स्वस्थ और सुरक्षित भविष्य भी सुनिश्चित कर रहे हैं।
यह कहानी हर क्षेत्रीय और ग्रामीण परिवार के लिए एक प्रेरणास्त्रोत है कि सही दिशा, नियमित देखभाल और सरकारी योजनाओं का लाभ लेने से जीवन में सकारात्मक बदलाव संभव है।

By editor

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