देवरिया/

कलेक्ट्रेट सभागार में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 156वीं जयंती एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की 121वीं जयंती श्रद्धापूर्वक मनाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल सहित अधिकारियों द्वारा दोनों महान विभूतियों के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि महात्मा गांधी ने अपने जीवन से सत्य, अहिंसा और शांति जैसे शाश्वत मूल्यों को जन-जन तक पहुँचाया। उनके विचार आज भी समाज को मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि गांधीजी का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है और हमें उनके आदर्शों को अपने आचरण में उतारने का प्रयास करना चाहिए।
पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को याद करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि शास्त्रीजी सादगी और ईमानदारी के प्रतिमूर्ति थे। ‘जय जवान–जय किसान’ का उनका नारा आज भी देश के विकास और आत्मनिर्भरता का आधार है। उन्होंने कहा कि शास्त्रीजी ने देश की एकता और प्रगति के लिए जो योगदान दिया, वह सदैव स्मरणीय रहेगा।
गोष्ठी में उपस्थित अधिकारी गण ने भी अपने विचार रखे और दोनों महापुरुषों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की छात्राओं ने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की छात्राओं ने राष्ट्रगीत तथा बापू के प्रिय भजन रघुपति राघव राजाराम… एवं वैष्णव जन…का गायन किया। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के आश्रितों को सम्मानित किया गया तथा सभी उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को स्वच्छता की शपथ भी दिलाई गई।