-रिद्धि-सिद्धि और समृद्धि की कामना के साथ की गई शांतिधारा, भक्ति में लीन रहे श्रद्धालु

रिपोर्ट सुदेश वर्मा
बागपत/ बडौत बिनौली थाना क्षेत्र के बरनावा में जैन समाज के पावन तीर्थ अतिशय क्षेत्र बरनावा की पवित्र धरा पर रविवार को देवाधिदेव अतिश्यकारी चंदप्रभ भगवान का मासिक महाभिषेक समारोह बड़े हर्षोल्लास और श्रद्धा भाव के साथ संपन्न हुआ। दिनभर मंदिर परिसर में भक्ति, सौहार्द और शांति का माहौल बना रहा।
समारोह का शुभारंभ प्रातः कालीन वेला में भगवान चंद्रप्रभु के महाभिषेक से हुआ। इसके उपरांत रिद्धि-सिद्धि एवं समृद्धि की कामना के साथ शांति मंत्रों के बीच शांतिधारा की गई। शांतिधारा के दौरान उपस्थित श्रद्धालु “जय चंद्रप्रभ भगवान की जय” के उद्घोष के साथ भक्ति में लीन दिखे। मुख्य पुन्यार्जक परिवार के रूप में दिल्ली के विश्वाश नगर निवासी राजेंद्र जैन, नितिन जैन और दर्श जैन (कली वाले) परिवार को यह पुण्य अवसर प्राप्त हुआ।
भगवान के दाहिनी ओर से शांतिधारा का पुण्य सौभाग्य सुखमाल चंद जैन, राजेंद्र जैन, जिनेंद्र जैन (कली वाले) बड़ौत परिवार को प्राप्त हुआ, वहीं बायीं ओर से शांतिधारा का पुण्य अवसर अमर चंद जैन एवं ऋषभ विहार दिल्ली परिवार को मिला।परिमार्जन की सेवा प्रीत विहार दिल्ली के प्रमोद जैन और प्रदीप जैन द्वारा की गई, जबकि मंगल आरती का सौभाग्य चांदनी चौक दिल्ली के सुरेंद्र जैन, श्रीमती स्नेह जैन, सचिन जैन और रुचि जैन परिवार को प्राप्त हुआ।इसके पश्चात नित्य एवं नैमित्तिक पूजन-विधान संपन्न हुआ, जिसमें श्रद्धालुओं ने बड़ी श्रद्धा के साथ 72 महाअर्घ भगवान के चरणों में समर्पित किए। भगवान की सच्ची भक्ति वही कर सकता है जिसमें विनम्रता और श्रद्धा का भाव हो। अहंकार और भक्ति एक साथ नहीं रह सकते। जब मनुष्य पूरी निष्ठा और नम्रता से भगवान की आराधना करता है, तो उसके जीवन में आनंद और शांति का संचार होता है। चंद्रप्रभ भगवान जैसे अतिशयकारी तीर्थंकर की भक्ति का सुख शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता।समारोह में जैन समाज के गणमान्य लोग जीवंधर जैन (अध्यक्ष), पंकज जैन (महामंत्री), रजनीश जैन, संदीप जैन, विनेश जैन, अशोक जैन, आलोक जैन सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु एवं जैन समाज के सदस्य उपस्थित रहे।पूरे आयोजन के दौरान चंद्रप्रभ भगवान के भजनों और मंत्रों से अतिशय क्षेत्र बरनावा का वातावरण भक्ति और शांति के रंग में सराबोर हो उठा।