फ़िरोज़ाबाद-

फिरोजाबाद बांके बिहारी मंदिर की तर्ज पर शहर के प्रमुख श्री राजराजेश्वरी कैलादेवी मंदिर पर गलियारे का निर्माण कराया जाएगा। नगर निगम प्रशासन ने इसकी कार्य योजना बना ली है। मंदिर जाने वाले मुख्य मार्ग काे चौड़ा करने के साथ ही मंदिर के आसपास की दुकानों को व्यवस्थित किया जाएगा। श्रद्धालुओं के बैठने के लिए शेड और शुद्ध पेयजल की व्यवस्था होगी। इस पर 15 करोड़ की धनराशि खर्च होने का अनुमान है।
शहर के बीचोंबीच रामलीला मंदिर के निकट 35 वर्ष पूर्व स्थापित मां राज राजेश्वरी कैलादेवी मंदिर राजस्थान के कैलादेवी मंदिर का प्रतिबिंब है। इस मंदिर की ख्याति दूर-दूर तक फैली है। यहां सुबह से देर शाम तक सैकड़ों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं।
नवरात्र में शहर, ग्रामीण क्षेत्रों के साथ दूसरे जिलों से भी काफी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। सुबह मंगला दर्शन के लिए हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंची है। सुबह से रात तक सैकड़ों नेजा चढ़ते हैं। इस दौरान मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार से पहले ही लंबी कतार लग जाती है। जिससे श्रद्धालुओं का पैदल निकलना भी मुश्किल होता है।
नगर निगम प्रशासन ने इस समस्या को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री वैश्विक नगर योजना से यहां गलियारा बनाने की योजना बनाई है। सरकार की प्राथमिकता पर नई दिल्ली की फर्म के माध्यम से ड्रोन के माध्यम से सर्वे कराया गया। इसके बाद गलियारे की डिजाइन तैयार कराई जा रही है, जो नगर निगम को जल्द मिलने की उम्मीद है।
सिया सरोवर का भी होगा सुंदरीकरण
रामलीला मैदान में वर्षों पुराना सिया सरोवर बना है। यहां पहले रामलीला महोत्सव के दौरान प्रभु श्रीराम वन में जाते समय नाव में बैठकर नदी पार करने की लीला का मंचन होता था। वर्षों से सफाई और देखभाल न होने के कारण यह सूख गई है। गंदगी भी रहती है, जिससे अब ये लीला सरोबर में नहीं होती। गलियारा निर्माण के साथ सिया सरोवर का सौंदर्यकरण भी कराया जाएगा।
हमने बांकेबिहारी मंदिर की तरह कैलादेवी मंदिर पर गलियारा बनाने की कार्य योजना बनाई है। इसके लिए 15 करोड़ की डीपीआर तैयार कराई जा रही है। गलियारा बनने से श्रद्धालुओं का काफी सुविधा होगी।
- कामिनी राठौर, मेयर