ईस्ट इंडिया टाइम्स/कुलदीप दुबे


जसवंतनगर/इटावा। निलोई गांव में रविवार को दर्दनाक हादसों की कड़ी ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया। पहले छोटे भाई की नहर में डूबने से मौत हुई और इसके कुछ ही घंटे बाद बड़े भाई की भी घर लौटते समय ट्रेन की चपेट में आकर जान चली गई। इस दोहरे हादसे ने पूरे गांव में कोहराम मचा दिया।
निलोई निवासी 25 वर्षीय सत्यवीर पुत्र स्व. राम प्रकाश जाटव रविवार दोपहर करीब तीन बजे अपने दोस्तों के साथ सिरहौल पुल के पास नहर में नहाने गया था। नहाने के दौरान वह गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। दोस्तों ने शोर मचाकर बचाने का प्रयास किया, लेकिन वह तेज बहाव में लापता हो गया। सूचना मिलते ही परिजन और ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे और उसकी तलाश में जुट गए सोमवार को प्रात: 11 बजे करीब उसका शव भतौरा के निकट नहर से बरामद हुआ है।
उधर हादसे की खबर जब जनपद हरदोई में सिपाही पद पर तैनात बड़े भाई इन्द्रजीत को मिली तो वह गमगीन मन से घर लौटने के लिए रेलवे स्टेशन पहुंचे। इसी दौरान प्लेटफार्म पर ट्रेन के गुजरने के समय वह संतुलन खो बैठे और ट्रेन की चपेट में आकर हादसे का शिकार हो गए जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई। जब एक ही परिवार के दो बेटों की मौत की खबर गांव वालों को लगी तो पूरे क्षेत्र में मातम छा गया। इस दोहरी हृदय विदारक घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीण बड़ी संख्या में पीड़ित परिवार के घर पहुंचकर ढांढस बंधा रहे हैं।
मृतक सात भाई थे जिनमें एक भाई जो दूसरे नंबर का था वर्ष 2011 में लापता हो गया था। मृतक सत्यवीर मेहनत मजदूरी करता था और पांचवें नंबर का था जबकि पुलिस में मृतक आश्रित नौकरी कर रहे इंद्रजीत तीसरे नंबर का था। देर शाम दोनों भाईयों के शव की अर्थी एक साथ उठी तो तमाम लोग फफक कर रो पड़े। रोते बिलखते परिजनों रिश्तेदारों के हाल बेहाल थे। पूरे गांव में शोक का माहौल व्याप्त था।