ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट आदिल अमान

कायमगंज/कंपिल/फर्रुखाबाद
जिलाधिकारी के निर्देशों के बावजूद पीडब्ल्यूडी विभाग ने अब तक कंपिल बदायूं मार्ग पर बाढ़ग्रस्त ग्रामीणों के आवागमन के लिए वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की है। ग्रामीणों ने बताया कि कुछ दिन पहले पीडब्ल्यूडी के अधिकारी मौके पर आए थे, निरीक्षण भी किया, लेकिन सड़क कटान और जलभराव की समस्या के बीच कोई ठोस इंतजाम नहीं किया गया। स्थिति यह है कि क्षेत्र के गांव सीघनपुर, देहामाफी पुंथर, शेखपुर, बिहारीपुर, धीमर नगला, मिसतनी, हमीरपुर मजरा जात, पलितपुरा, टपुआ चौड़ेरा, मधवापुर और इकलहरा सहित कई गांवों के लोग नाव के सहारे ही आ जा रहे हैं। जरूरी सामान खरीदने से लेकर बीमारों को अस्पताल ले जाने तक ग्रामीणों की जिंदगी नाव पर टिकी हुई है। ग्रामीणों का कहना है कि जल्द वैकल्पिक रास्ता न बनने से बड़ी दिक्कतें और खतरे खड़े हो सकते हैं।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से छह स्थानों पर कैम्प लगाए गए। इन शिविरों में कुल 207 मरीजों को देखा गया और दवाएं वितरित की गईं।
मंडी समिति कायमगंज में 40, गांव सिनौली में 35, गांव सिवारा मुकुट में 22, गांव इकलहरा में 32, बाढ़ राहत शिविर काशीराम कॉलोनी में 26 और गांव बहबलपुर में 52 मरीजों का इलाज किया गया।
कायमगंज के चिकित्साधिकारी डॉ. शोभित कुमार ने बताया कि शासन के निर्देश पर आगे भी प्रभावित क्षेत्रों में इसी तरह दवाओं का वितरण जारी रहेगा।